शनिवार, 25 फ़रवरी 2023


मेरठ:-कोल्ड स्टोरेज में अचानक गैस का बायलर फट गया, जिसके कारण 1 सेकेंड में पूरी बिल्डिंग गिर पड़ी, हादसे में 7 मजदूरों की मौत और 16 गंभीर रूप से घायल
मेरठ के दौराला में शुक्रवार को कोल्ड स्टोरेज में अचानक गैस का बायलर फट गया। जिसके चलते 1 सेकंड में पूरी बिल्डिंग भरभराकर गिर गई। हादसे में अब तक 7 मजदूरों की मौत हो चुकी है। जबकि 16 लोग अस्पताल में भर्ती हैं। हादसा लंच के वक्त हुआ, उस समय कुछ मजदूर खाना खा रहे थे, तो कुछ खाना बना रहे थे। अचानक लेंटर गिरने से सभी मलबे में दब गए। किसी के मुंह में रोटी का टुकड़ा फंसा रह गया, तो किसी की रोटी थाली में रखी रह गई।
हादसे में बचे मजदूरों का कहना है कि पता ही नहीं चला क्या हुआ, कैसे हुआ? बस अचानक तेज आवाज आई, ऐसा लगा जैसे किसी ने बम ब्लास्ट कर दिया हो। इसके बाद छत हम लोगों के ऊपर गिर पड़ी। हम मलबे में दबे गए।
बताया जा रहा है कि कोल्ड स्टोर तीन महीने बाद खुला था। अभी तक घटना का कारण बायलर के मेंटेनेंस ठीक से नहीं हो पाया माना जा रहा है। बायलर में तकनीकी कमी थी, जिसकी वजह से बायलर में भरी अमोनिया जो स्टोर को ठंडा रखती है। उसका प्रेशर बना और बायलर फट गया। इससे हादसा हुआ। बता दें कि एक बायलर में 450 किलो तक अमोनिया होती है।
मेरठ डीएम ने लेंटर गिरने के पूरे हादसे पर एक जांच कमेटी गठित की है, जिसे 48 घंटे में अपनी रिपोर्ट देनी है। जिसमें यह बताया जाए कि ये हादसा था या कोई साजिश। देर रात डीएम, एसएसपी मेडिकल अस्पताल में घायलों का हाल जानने पहुंचे।
राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर भी मेडिकल अस्पताल में घायलों का हाल जानने पहुंचे। प्रशासन ने बच्चा पार्क रैन बसेरा और कोल्ड स्टोर के बगल में डीपीएस स्कूल में दो जगहों पर शेल्टर होम बना दिया है। ताकि घायलों, मृतकों के परिजनों को यहां रुकवाया जा सके।
कोल्ड स्टोर साल में 9 महीने चलता और 3 महीने बंद रहता है। सीजन में यह स्टोर शुरू होता है। शुक्रवार को स्टोर शुरू होना था। विधायक चंद्रवीर अपने मैनेजर के साथ कोल्ड स्टोर को चालू कराने के लिए आ ही रहे थे। तभी फोन पहुंचा कि बिल्डिंग गिर गई। लेबर भी शुक्रवार को ही बुलाया गया था।
उत्तर प्रदेश के मेरठ में शुक्रवार दोपहर बड़ा हादसा हो गया। पूर्व विधायक के कोल्ड स्टोर का बायलर फट गया। जिससे लेंटर भरभरा कर गिर गया। इसके नीचे 27 मजदूर दब गए। जबकि 7 मजदूरों की मौत हो गई है। कोल्ड स्टोर में अमोनिया का रिसाव भी हुआ है। इसकी वजह से कई मजदूर बेहोश हो गए।
16 घायलों को मलबे से निकालकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस, फायर ब्रिगेड और एनडीआरएफ की टीम ने देर रात तक रेस्क्यू किया। कमिश्नर, डीएम, एसएसपी, एडीएम सिटी मजिस्ट्रेट, एसडीएम, सीएमओ और एसपी सिटी मौके पर पहुंचे। इनके अलावा केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान, पूर्व विधायक संगीत सोम भी मौके पर पहुंचे। इलाके में अफरा-तफरी का माहौल रहा।
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