गुजरात
रिपोर्ट कनुभाई खाचरपां
चाल का परगट पीराना लोमेवधाम धजाला पांचाल की पवित्र भूमि कंकुवरनी भोमका जिसे देवभूमि कहा जाता है जहां पाने पाने पर पिराई है जहां भगवान को भी अवतार लेने का मन करता है।ऐसी पावन घरा सुरेंद्रनगर जिले के सायला तालुका के धजाला यानी लोमेवधाम धजाला रोकडिया ठाकर, परम श्रद्धेय लोमबापू का स्थान हे, हजारों लोग दशॅन को आते हैं। हरिहर का हररोज साद होता है। और लोग ठाकर के दर्शन कर प्रसाद ग्रहण कर धन्य हो जाते हैं। गादिपति महंत महाराज श्री परम पूज्य भरतबापू बड़े विद्वान हैं अत्यंत सरल स्वभाव, सेवाभाव, स्मरण समर्पण और ऐसी गहन साधना का सादा जीवन, मेहमानों का मधुर स्वागत करते है उनकी वाणी का लाभ लेना भी जीवन का वरदान है।इस स्थान पर अनेक सेवा कार्य चल रहे हैं, स्वास्थ्य, हरिभजन, गौसेवा, हरिहर, शिक्षा, कलेशमुक्ति और विशेष रूप से पूज्य बापू नशामुक्ति अभियान चला रहे हैं, पूज्य बापू के आशीर्वाद से हजारों लोग व्यसन मुक्त हो चुके हैं लोमेवधाम धजाला नामक पवित्र स्थान एक पवित्र स्थान है जहां शिव स्वरूपा त्रिनेत्री गाय माता हे इस स्थान पर गाय माता का दर्शन भी जीवन के आशीर्वादों में से एक है। दूर-दूर से लोग आते हैं और गैबी परंपरा की देहान जगह के दर्शन कर के लोग धन्य धन्य हो जाते हैं।
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