इस तस्वीर में किंग चार्ल्स तृतीय ने इम्पीरियल स्टेट क्राउन और रोब ऑफ एस्टेट पहने नजर आ रहे हैं जो सोने में कशीदाकारी बैंगनी रेशम मखमल से बना है और किंग जॉर्ज VI द्वारा 1937 में पहना गया था। तस्वीर में किंग चार्ल्स तृतीय थ्रोन (सिंहासन) कुर्सी पर बैठे दिखाई दे रहे हैं। जिसे महाराजा जॉर्ज षष्ठम और महारानी एलिजाबेथ के राज्याभिषेक के लिए मई 1937 में निर्मित किया गया था।
गौरतलब है कि किंग चार्ल्स III और उनकी पत्नी क्वीन कैमिला का राज्याभिषेक 6 मई को लंदन के वेस्टमिंस्टर एब्बे में हुआ था। राज्याभिषेक के लिए कहीं अधिक आरामदेह, अपेक्षाकृत आधुनिक बग्घी 'डायमंड जुबली स्टेट कोच' से वेस्टमिंस्टर एबे पहुंचे थे। उनकी मां, महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की 70 वर्ष पहले की गई यादगार ताजपोशी की तरह यह समारोह भी आयोजित किया गया था।
हिंदू, सिख, मुस्लिम, बौद्ध और यहूदी समुदायों के प्रतिनिधियों ने चार्ल्स की ताजपोशी से पहले एबे में एक जुलूस निकाला था तथा समारोह के दौरान ब्रिटिश संसद के उच्च सदन हाउस ऑफ लॉर्ड्स के भारतीय मूल के सदस्यों ने चार्ल्स को पारंपरिक पोशाक सौंपी थी। चार्ल्स और कैमिला शाही बग्घी में सवार होकर वेस्टमिंस्टर पैलेस से एबे पहुंचे थे। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और उनकी पत्नी डॉ सुदेश धनखड़ ने इस ऐतिहासिक अवसर पर भारत का प्रतिनिधित्व किया था।
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