मीनाक्षी के मुंह से झाग निकल रहे थे। पड़ोसियों ने बताया कि फंदा लगाने से पहले राजेश ने चिल्लाकर कहा था कि मीनाक्षी ने जहर खा लिया है। वह पत्नी को बचाने की गुहार लगाता रहा लेकिन किसी ने एक न सुनी। पत्नी ने दम तोड़ा तो राजेश ने भी मौत को गले लगा लिया।
माना जा रहा है कि पहले मीनाक्षी ने जहर खाकर जान दी। उसकी मौत के बाद राजेश ने खुदकुशी कर ली। हालांकि, पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही मौत की वजह स्पष्ट होगी। मौके पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। परिजनों से इतनी जानकारी जरूर मिली है कि दोनों के बीच कुछ विवाद हुआ था, लेकिन बाद में यह निपट गया था।
राजेश बागपत के बरनावा के निवासी थे और मीनाक्षी मुजफ्फरनगर के शाहपुर की। दोनों ने एक साल पहले ही प्रेम विवाह किया था। दो दिन पहले ही दोनों फ्लैट में रहने के लिए आए थे। मीनाक्षी की तबीयत खराब थी और दिल्ली में उपचार चल रहा था।
राजेश उसकी देखभाल के लिए छुट्टी लेकर आए थे। यह फ्लैट राजेश ने दो साल पहले खरीदा था। राजेश के भाई जानी की शादी मीनाक्षी की बहन से हुई थी। इसके बाद राजेश और मीनाक्षी में प्रेम संबंध हो गए थे।
मैं भी मीनाक्षी के पास जा रहा हूं
राजेश ने खुदकुशी करने से पहले साले अजयवीर और भाई को फोन कर मीनाक्षी की मौत की जानकारी दी। अजयवीर ने बताया कि शुक्रवार को दोनों के बीच परिवार नियोजन को लेकर कुछ नोंकझोंक हुई थी, लेकिन यह थोड़ी देर की ही थी। करीब ढाई बजे राजेश का फोन आया।
उसने बताया कि मीनाक्षी की मौत हो गई। उसने जहर खा लिया है। उन्होंने उससे कहा कि वे आ रहे हैं। कुछ देर बाद राजेश ने फिर से फोन किया और कहा कि पड़ोसियों ने पुलिस को फोन कर दिया है। राजेश ने अपने भाई से फोन पर कहा, मेरा घर बर्बाद हो गया है। मैं भी मीनाक्षी के पास जा रहा हूं। यह कहकर राजेश ने फोन काट दिया।
मीनाक्षी को डाक्टर के पास ले जाओ...
पड़ोसियों ने बताया कि दोपहर राजेश दोपहर को पास के मेडिकल स्टोर से दवाई लेने गया था। वह लौटा तो मीनाक्षी जहर खा चुकी थी। ढाई बजे उन्होंने राजेश की आवाज सुनी। वह फ्लैट के बाहर आकर चिल्ला रहा था। मीनाक्षी को कोई डाॅक्टर के पास ले जाओ। कुछ देर बाद आवाज आनी बंद हो गईं। लोगों ने पुलिस को फोन किया। पुलिस के आने पर ही लोग फ्लैट के अंदर गए। तब तक बहुत देर हो चुकी थी। दोनों के शव मिले।
मूकदर्शक बने रहे पड़ोसी
राजेश के चिल्लाने के बाद भी आसपास के लोग आपस में ही बात करते रहे। कोई मीनाक्षी को डाॅक्टर के पास ले जाने के लिए आगे नहीं आया। इसी बीच किसी ने फोन पर पुलिस को सूचना दे दी। अगर लोग तुरंत ही फ्लैट पर चले जाते तो मीनाक्षी को डाॅक्टर के पास ले जाया जा सकता था।
एसीपी अंकुर विहार विवेक सिंह का कहना है कि दोनों की मौत के पीछे के कारणों की सही जानकारी नहीं हो पाई है। प्राथिमक जांच में पता चला है कि दोनों के बीच विवाद था। दोनों के फोन को कब्जे में ले लिया है। जांच की जा रही है। - विवेक सिंह, एसीपी अंकुर विहार
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