
कोलकाता. पश्चिम बंगाल में नेशनल हाईवे पर हनीट्रैप में फंसाकर लूटने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है. सड़क के किनारे खड़ी महिलाएं ने पहले लॉरी ड्राइवरों को अपने जाल में फंसाती और फिर उनके साथी उन ट्रक ड्राइवरों को लूट लिया करते थे.
यह आपराधिक गिरोह काफी समय से राष्ट्रीय राजमार्ग 19 समेत विभिन्न राजमार्गों पर सक्रिय है. पुलिस ने सोमवार को बर्दवान में इस गिरोह का भंडाफोड़ किया. बर्दवान थाने की पुलिस ने ऑपरेशन से पहले चार बदमाशों को आग्नेयास्त्र के साथ गिरफ्तार किया.
पुलिस ने हनीट्रैप में शामिल लोगों को गिरफ्तार करने के बाद बर्दवान कोर्ट में पेश किया. बर्दवान कोर्ट ने हनीट्रैप मामले में गिरफ्तार लोगों को चार दिन की पुलिस हिरासत में देने का आदेश दिया है.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार लोगों के नाम बपन सरकार, सुजीत दास, सुदीप दास और संजू घोष हैं. उनका घर बर्दवान शहर के आसपास के बेचरहाट, आमबगान इलाके में है.
नेशनल हाईवे पर हनीट्रैप गैंग का भंडाफोड़
डीएसपी ट्रैफिक-2 राकेश कुमार चौधरी ने बताया कि गिरफ्तार लोगों के पास से एक घरेलू पाइप गन, 2 राउंड गोलियां, भुजाली, रस्सी समेत अन्य सामान व उपकरण बरामद किये गये हैं. गिरफ्तार कर गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश की जाएगी.
उन्होंने कहा कि पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि गिरफ्तार लोगों के पास आग्नेयास्त्र कहां से आये. पुलिस को पता चला है कि गिरफ्तार किये गये लोग पहले भी विभिन्न आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहे हैं.
राकेश कुमार चौधरी ने बताया कि अपराधी गिरोह की एक महिला हाईवे के किनारे खड़ी रहती है. वे मुख्य रूप से बाहर से आ रहे लॉरी चालकों को निशाना बनाती हैं. जब लॉरी चालक ने महिला को झांसे में ले लेती है, तो बाकी बदमाश आ जाते हैं और असलहों के बल पर लूटपाट करते हैं.
ट्रक ड्राइवरों को लूटने का चलता था खेला
उन्होंने कहा कि पुलिस को पहले से ही इस तरह के हनीट्रैप की शिकायत मिली थी. उसके बाद पुलिस ने अपना जाल फैलाया और नेशनल हाइवे पर सादी पोशाक में पुलिस के जवानों को तैनात कर दिया गया.
इस दिन पुलिस को जानकारी मिली कि यह समूह बर्दवान के उल्लास इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 19 के किनारे इकट्ठा हुआ है. उन्होंने वहां छापेमारी कर चार लोगों को पकड़ लिया. कुछ लोग भाग गये हैं. पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि गिरफ्तार लोगों का संबंध किसी अन्य अपराध से तो नहीं है.
पुलिस को गिरफ्तार लोगों से मिली जानकारी अनुसार इस गिरोह में अन्य राज्य के अपराधी भी शामिल हैं, जो उन्हें सूचना देते थे कि किस ट्रक के ड्राइवरों के पास कितने पैसे हैं या फिर उनकी गाड़ी में क्या माल लदा हुआ है.
कोलकाता. पश्चिम बंगाल में नेशनल हाईवे पर हनीट्रैप में फंसाकर लूटने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है. सड़क के किनारे खड़ी महिलाएं ने पहले लॉरी ड्राइवरों को अपने जाल में फंसाती और फिर उनके साथी उन ट्रक ड्राइवरों को लूट लिया करते थे.
पुलिस ने हनीट्रैप में शामिल लोगों को गिरफ्तार करने के बाद बर्दवान कोर्ट में पेश किया. बर्दवान कोर्ट ने हनीट्रैप मामले में गिरफ्तार लोगों को चार दिन की पुलिस हिरासत में देने का आदेश दिया है.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार लोगों के नाम बपन सरकार, सुजीत दास, सुदीप दास और संजू घोष हैं. उनका घर बर्दवान शहर के आसपास के बेचरहाट, आमबगान इलाके में है.
नेशनल हाईवे पर हनीट्रैप गैंग का भंडाफोड़
डीएसपी ट्रैफिक-2 राकेश कुमार चौधरी ने बताया कि गिरफ्तार लोगों के पास से एक घरेलू पाइप गन, 2 राउंड गोलियां, भुजाली, रस्सी समेत अन्य सामान व उपकरण बरामद किये गये हैं. गिरफ्तार कर गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश की जाएगी.
उन्होंने कहा कि पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि गिरफ्तार लोगों के पास आग्नेयास्त्र कहां से आये. पुलिस को पता चला है कि गिरफ्तार किये गये लोग पहले भी विभिन्न आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहे हैं.
राकेश कुमार चौधरी ने बताया कि अपराधी गिरोह की एक महिला हाईवे के किनारे खड़ी रहती है. वे मुख्य रूप से बाहर से आ रहे लॉरी चालकों को निशाना बनाती हैं. जब लॉरी चालक ने महिला को झांसे में ले लेती है, तो बाकी बदमाश आ जाते हैं और असलहों के बल पर लूटपाट करते हैं.
ट्रक ड्राइवरों को लूटने का चलता था खेला
उन्होंने कहा कि पुलिस को पहले से ही इस तरह के हनीट्रैप की शिकायत मिली थी. उसके बाद पुलिस ने अपना जाल फैलाया और नेशनल हाइवे पर सादी पोशाक में पुलिस के जवानों को तैनात कर दिया गया.
इस दिन पुलिस को जानकारी मिली कि यह समूह बर्दवान के उल्लास इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 19 के किनारे इकट्ठा हुआ है. उन्होंने वहां छापेमारी कर चार लोगों को पकड़ लिया. कुछ लोग भाग गये हैं. पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि गिरफ्तार लोगों का संबंध किसी अन्य अपराध से तो नहीं है.
पुलिस को गिरफ्तार लोगों से मिली जानकारी अनुसार इस गिरोह में अन्य राज्य के अपराधी भी शामिल हैं, जो उन्हें सूचना देते थे कि किस ट्रक के ड्राइवरों के पास कितने पैसे हैं या फिर उनकी गाड़ी में क्या माल लदा हुआ है.
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