सहारनपुर,आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर पर हमला करने वाले चारों आरोपित हमला करने से पहले मेरठ गए थे। उनकी कार में एक युवती थी, जो एक सीसीटीवी फुटेज में दिख रही है।
जिसे उन्होंने पहले मेरठ छोड़ा। इसके बाद आरोपितों ने रोहाना टोल पर अपनी गाड़ी को रोका और अचानक से चंद्रशेखर पर हमले का प्लान तैयार कर लिया। वहीं, अब पुलिस जांच कर रही है कि वह युवती कौन थी और मेरठ में ही उसे क्यों छोड़ा गया।
एक दिन पहले मेरठ से लाया गया था
जांच में सामने आया है कि युवती को एक दिन पहले मेरठ से लाया गया था। इस मामले में पुलिस हर एंगल पर जांच कर रही है। हालांकि पुलिस अभी आगे की जांच के मामले में कुछ भी बताने के लिए तैयार नहीं है।
नहीं डाली गई रिमांड एप्लीकेशन
रविवार को प्रेसवार्ता के दौरान डीआइजी अजय कुमार साहनी ने कहा था कि चारों आरोपितों से अभी कई सवाल और पूछने हैं। इसलिए उन्हें रिमांड पर लिया जाएगा। इसके बाद उनसे पूछताछ की जाएगी। हालांकि सोमवार को अदालत में रिमांड एप्लीकेशन नहीं डाली गई है। इस मुकदमे के विवेचक सीओ देवबंद रामकरण का कहना है कि अभी रिमांड एप्लीकेशन नहीं डाली गई है। कुछ और सुबूत जुटाए जा रहे हैं। पूरे सुबूत हाथ में आने के बाद ही रिमांड एप्लीकेशन डाली जाएगी।
चार राज्यों के युवक आरोपितों के ग्रुप से हैं जुड़े
पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपितों का एक वाट्सएप ग्रुप बना हुआ है। जिसमें 125 युवक जुड़े हैं। यह युवक हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और मेरठ गाजियाबाद के रहने वाले है। अधिकतर इस ग्रुप में अपराधिक प्रवृत्ति के युवक है। हालांकि कुछ युवक नौकरी भी करते हैं, लेकिन जब ग्रुप के किसी युवक की बात आती है तो वह तुरंत छुट्टी लेकर अपने दोस्तों की मदद के लिए चले आते हैं।
अमेठी के युवक से तार तो नहीं जुड़े, हो रही जांच
दरअसल, फेसबुक पर अमेठी के युवक द्वारा धमकी देने के मामले में भी देवबंद सीओ जांच कर रहे हैं। देखा जा रहा है कि अमेठी का जो फेसबुक पर पेज बना हुआ है। उसमें तो यह चारों आरोपित जुड़े तो नहीं है।
यह है पूरा मामला
28 जून को आजाद समाज पाटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर पर हमला हुआ था। जिसमें पुलिस ने राजफाश करते हुए लविश, विकास उर्फ विक्की, प्रशांत निवासीगण रणखंडी और हरियाणा के गोंदर गांव निवासी विक्की उर्फ विकास को गिरफ्तार किया था।
एसएसपी विपिन ताडा का कहना है कि चारों आरोपितों ने पूछताछ में स्वीकार किया था कि उन्होंने ही चंद्रशेखर पर तीन राउंड गोली चलाई थी। अभी पूरे मामले की जांच चल रही है। अन्य सुबूत जुटाए जा रहे हैं। मेरठ किसे छोड़कर आए थे, यह भी देखा जा रहा है। जल्द ही रिमांड लिया जाएगा। रिमांड के बाद ही री-क्रिएशन सीन कराया जाएगा।
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