विधानमंडल का मानसून सत्र सोमवार से शुरू होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदस्यों से प्रदेश में बाढ़ व सूखे की स्थिति पर चर्चा का आह्वान किया है। वहीं मुख्य विपक्षी दल सपा ने मणिपुर की घटना पर निंदा प्रस्ताव लाने की रणनीति तैयार की है।
इससे सदन में हंगामे की पृष्ठभूमि तैयार हो गई है।
विधानमंडल के मानसून सत्र में पहले दिन प्रश्नकाल के बाद करीब 13 विधेयक सदन के पटल पर रखने की तैयारी है। इसमें विधानसभा की नई नियमावली भी पेश की जाएगी। लेकिन, समाजवादी पार्टी ने मणिपुर की घटना सहित प्रदेश से जुड़े ज्वलंत मुद्दों पर सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है। सत्ता पक्ष शायद ही ऐसा स्वीकार करे। सपा के सदस्य मणिपुर की घटना तथा महंगाई व बेरोजगारी जैसे मुद्दों को लेकर हंगामा और नारेबाजी कर सकते हैं। रविवार को आयोजित कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में सदन की कार्यवाही फिलहाल शुक्रवार तक संचालित करने का निर्णय लिया गया।
सीएम योगी ने कहा कि बीते कुछ समय से विधानसभा सकारात्मक चर्चा और सृजनात्मकता के लिए जानी जाती है। तमाम मतभेदों के बाद भी यूपी विधानसभा में अच्छी चर्चा होती है। उन्होंने विपक्ष से सदन में चर्चा-परिचर्चा की समृद्ध परंपरा को आगे बढ़ाने में योगदान देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सदन की गरिमा में वृद्धि हो और प्रदेश के प्रति जो सकारात्मक धारणा बनी है वह आगे बढ़ सके।
महाना ने सदन के सुचारु संचालन में मांगा सहयोग
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने 18 वीं विधानसभा के वर्ष 2023 के द्वितीय सत्र के सुचारु संचालन के लिए सर्वदलीय बैठक की। इसमें उन्होंने सभी दलीय नेताओं से सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि ससंदीय व्यवस्था में संवाद और सकारात्मक चर्चा-परिचर्चा के माध्यम से लोकतंत्र मजबूत होता है। सभी दलीय नेताओं ने अध्यक्ष को सदन चलाने में सहयोग का आश्वासन दिया। बैठक में नेता सदन व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, सपा की ओर से मनोज पांडेय सहित विभिन्न दलों के नेता शामिल हुए।
Read more news like this on
एक टिप्पणी भेजें