पोइलिवरे ने मजाकिया अंदाज में आगे टिप्पणी की कि कोई भी कनाडाई अपने देश के प्रधान मंत्री के प्रति ऐसा व्यवहार नहीं देखना चाहेगा. एक्स (पहले ट्विटर) पर उन्होंने लिखा, "पक्षपात को एक तरफ रखते हुए, किसी को भी कनाडाई प्रधानमंत्री को बाकी दुनिया की ओर से बार-बार अपमानित होते देखना पसंद नहीं है."
फोटो को देखकर उठाए सवाल
उन्होंने यह टोरंटो सन की उस क्लिपिंग पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा जिसका शीर्षक था 'दिस वे आउट' और अटैच पिक्चर में ट्रूडो भारत के प्रधानमंत्री मोदी के साथ दिख रहे हैं. इस फोटो में दोनों नेता हाथ मिला रहे हैं. जहां ट्रूडो कैमरे की ओर देख रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर मोदी किसी चीज को देख रहे हैं और उसकीं ओर इशारा कर रहे हैं.
इस वजह से हो रही है ये चर्चा
टोरंटो सन के अलावा कनाडा के कई मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि 2 दिवसीय सम्मेलन के दौरान विश्व नेताओं ने लगातार ट्रूडो का अपमान किया. सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा सहित अन्य राष्ट्राध्यक्षों ने मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं, लेकिन कनाडा को केवल 'पुल असाइड' बैठक की अनुमति दी गई.
'विमान के लिए भी करना पड़ा इंतजार'
रिपोर्ट में कहा गया है कि अपमान का सिलसिला यहीं नही रुका. ट्रूडो के नेतृत्व वाला प्रतिनिधिमंडल, जब रविवार रात को प्रस्थान करने वाला था, तो प्रस्थान से पहले उनके विमान में 'तकनीकी खराबी' का पता चला. जिसके बाद कुछ घंटों के लिए उन्हें रुकना पड़ा.
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