पटना: बिहार में बालू माफियाओं का मनोबल बढ़ा हुआ है। आए दिन अवैध खनन के मामले सामने आते रहते हैं। बालू माफियाओं का दुःसाहस लगातार बढ़ता जा रहा है। एक बार फिर से बालू माफियाओं ने पुलिस को खुली चुनौती दी है।
इस घटना में एसआई प्रभात रंजन तथा एक जवान की मौत हो गई। इस घटना के बाद पुलिस महकमे में खलबली मच गई है। राज्य पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर जमुई जिला प्रशासन आरोपी बालू माफियाओं की गिरफ्तारी में जुट गया है।
वहीं, इस मामले पर अब बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का शर्मनाक बयान सामने आया है। चंद्रशेखर ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि "ये नई घटना है क्या। ये घटना क्या पहली बार हुई है? इससे पहले कभी नहीं हुई? उत्तर प्रदेश में नहीं होता है? मध्य प्रदेश में नहीं होता है?" यह कोई पहली घटना थोड़े ही है यह सब होते रहता है।
शिक्षा मंत्री ने आगे कहा कि अपराधी हैं तो ऐसी घटना होती रहेगी ना। समय-समय पर होती है और अपराधियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाता है। अपराधी ज्यादा देर नहीं बच पाते, 24 से 48 घंटे में अपराधी जेल में होते हैं। चंद्रशेखर ने फिर दोहराया कि ऐसे अपराध नई बात नहीं है।
बता दें कि बिहार में यह पहला मामला नहीं है, जब बालू माफियाओं ने पुलिस टीम पर हमला किया हो। इसके पहले भी बालू माफियाओं द्वारा कई घटनाओं को अंजाम दिया गया है। मुंगेर में 2 नवंबर 2023 को खनन विभाग की टीम पर हमला किया गया था और सिपाही को जमकर पीटा गया था। 1 नवंबर को औरंगाबाद में सिपाही को ट्रैक्टर से कुचलकर बालू माफियाओं ने मार डाला था।
इससे पहले 12 अक्टूबर को गया में बालू माफियाओं के हमले में दारोगा समेत दो जवान घायल हो गए थे। 8 अक्टूबर 2023 को जमुई में ही पुलिस की जांच टीम पर बालू माफियाओं ने हमला कर दिया था। 1 अक्टूबर 2023 को पटना के मनेर में बालू माफिया ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी थी।
14 सितंबर 2023 को नवादा में कादिरगंज में खनन टीम पर हमला कर बालू माफियाओं ने खनन निरीक्षक और सैप जवान को घायल कर दिया था। 20 अगस्त 2023 को गया में ट्रैक्टर पकड़ने गई पुलिस टीम पर बालू माफिया में हमला कर दिया था, जिसमें एसएचओ समेत चार पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।
26 जुलाई 2023 को नवादा में अवैध खनन रोकने गए दरोगा पर ट्रैक्टर चढ़ा दिया गया था। 21 जुलाई 2030 को बांका में छापेमारी करने गई पुलिस टीम पर बालू माफिया ने हमला बोल दिया था। 18 अप्रैल 2023 को पटना के बिहटा में खनन माफिया के हमले में एक महिला खनन निरीक्षक समेत तीन अधिकारी घायल हो गए थे।
23 फरवरी 2023 को छपरा में खनन निरीक्षक पर बालू माफियाओं ने हमला कर दिया था। 2023 में एनजीटी द्वारा बालू खनन की मंजूरी देने के बाद 1 अक्टूबर से जब से बालू का खनन शुरू हुआ है तब से बालू माफियाओं के बीच आपसी गैंगवार भी शुरू हो गया है। भोजपुर से लेकर पटना तक हुए गंगवार और रंगदारी में तीन बालू विक्रेताओं की मौत हो गई है।
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