MP Police News: मध्य प्रदेश में अब कानून व्यवस्था और मजबूत होगी दरअसल प्रदेश के नए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने आईएएस अधिकारियों के बाद अब आईपीएस अधिकारियों को भी संभाग प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
बता दे संभाग स्तर पर मुख्यमंत्री द्वारा ली जारी बैठकों में कानून व्यवस्था और पुलिस के कार्यों से संबंधित दिए गए निर्देशों का पालन करने के लिए संभाग स्तर पर पुलिस अधिकारियों को प्रभारी बनाया गया है।
प्रभारी की यह दायित्व होंगे
- जिलों में यदि कोई विषय पुलिस मुख्यालय की विभिन्न शाखों के समन्वय से संबंधित है, जो इस संबंध में पुलिस मुख्यालय की विभिन्न शाखाओं से परस्पर समन्व स्थापित कराकर उनका निराकरण कराया जाना और उक्त तत्व को पुलिस महानिदेशक मध्य प्रदेश के संज्ञान में लाना।
- दो माह में काम से कम एक बार संभाग अंतर्गत जिलों का भ्रमण करना और प्रत्येक मा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पुलिस के कार्यों की समीक्षा करना
- कानून व्यवस्था अन्य त्योहार और आयोजन के दौरान पुलिस व्यवस्था की समीक्षा करना
- अनियमित और अनियंत्रित ध्वनि विस्तारक यंत्रों पर प्रतिबंध की समीक्षा कार्यवाहक व्यवस्था व समय बाद समय मान वेतनमान प्रदाएं की जाने की समीक्षा प्रत्येक जिले में पुलिस बैंड का गठन आदतन अपराधियों जिनके द्वारा पूर्व अपराध में जमानत प्राप्त की गई है, उन जमानत के निरस्ती संबंध में विधिवत्त कृत कार्रवाई की समीक्षा।
इन आईपीएस अधिकारियों को मिली जिम्मेदारी
मुख्यमंत्री ने 10 प्रमुख आईपीएस अधिकारियों को प्रभारी बनाकर यह जिम्मेदारी सौंपी है, उनमें विजय कटारिया अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक को भोपाल, आलोक रंजन अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक को नर्मदापुरम, प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक महिला को ग्वालियर, योगेश मुद्गल अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक को शहडोल, पवन श्रीवास्तव अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक सतर्कता को चंबल, अनिल कुमार पुलिस महानिदेशक कल्याण पुलिस को रीवा, संजीव स्वामी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, को सागर, चंचल शेखर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक को जबलपुर, जयदीप प्रसाद अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक को इंदौर, योगेश देशमुख अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक सायबर को उज्जैन
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