मतदान से पहले बीकानेर पुलिस ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए रोहित गोदारा गैंग के ईनामी आरोपित सहित चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपितों के पास से छह पिस्टल और दस जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।
पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने मीडिया को बताया कि रोहित गोदारा गैंग का गुर्गा माधव पारीक यहां हत्या का प्रयास करने सहित कई मामलों में वांछित था और वह पिछले कई महीनों से फरार चल रहा था। विश्वसनीय आसूचना मिली थी कि रोहित गोदारा द्वारा 4 अप्रेल को पुलिस थाना डूंगरगढ में परिवादी से वॉयस रिकॉर्ड भेजकर 5 करोड रुपये की फिरौती की मांग की गई व रोहित गोदारा ने अपनी गैंग के सक्रिय सदस्य व वांछित ईनामी अपराधी माधव पारीक से पश्चिमी बंगाल के सिलीगुड़ी में परिवादी की रैकी करवाई थी।
बीकानेर पुलिस की टीम सिलीगुड़ी पहुंची और भेष बदल कर संभावित इलाके में घर-घर जाकर आरोपी का पता लगाया और वहां एक मकान से आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। इस ईनामी बदमाश से पुलिस ने 2 पिस्टल बरामद की गई। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस ईनामी बदमाश ने सिलीगुड़ी से पहले यूपी, बिहार, दिल्ली, छत्तीसगढ़, जम्मू-कश्मीर, काठमांडू, दार्जिलिंग, सिक्किम में अपनी फरारी काटी है। इसके खिलाफ कुल आठ प्रकरण दर्ज हैं। आरोपित माधव पारीक ने मध्यप्रदेश से बड़ी मात्रा में हथियार मंगवाए थे।
वहीं इस आरोपित से प्राथमिक पूछताछ में सामने आने पर पुलिस ने इसके तीन साथियों चेतनसिंह पुत्र किशोर राठौड़ निवासी भवानी होटल के पीछे, को गंगाशहर रोड पर से कोटगेट थाना पुलिस ने, करणपाल राजपुरोहित पुत्र शिवकिशन राजपुरोहित निवासी हनुमान हत्था, को सदर थाना पुलिस ने राजपूत हॉस्टल के पास से और नयाशहर थाना पुलिस ने गौरव पालीवाल पुत्र नंदलाल पालीवाल निवासी पुष्करणा स्कूल के पास, को भी गिरफ्तार किया गया और पुलिस ने इन आरोपियों के पास से चार पिस्टल और दस जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। पुलिस अधीक्षक के अनुसार ये आरोपित रोहित गोदारा गैंग के सक्रिय सदस्य व पैरोल से फरार राहुल रिनाउ से लगातार सम्पर्क में रहकर किसी वारदात को अंजाम देने की तैयारी में थे। अब पुलिस ने अलग-अलग थानों में आरोपियों के खिलाफ आम्र्स एक्ट के तहत मामले दर्ज किए हैं।
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