- UP:-उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य बोले- साधारण नहीं, संदेश देने वाला है उपचुनाव | सच्चाईयाँ न्यूज़

शनिवार, 26 नवंबर 2022

UP:-उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य बोले- साधारण नहीं, संदेश देने वाला है उपचुनाव

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य शुक्रवार को खतौली क्षेत्र के बडसू गांव में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे। भाजपा जिला अध्यक्ष विजय शुक्ला ने बताया कि उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी राजकुमारी सैनी के समर्थन में यह जनसभा आयोजित की गई। मुख्य अतिथि के रूप में उप मुख्यमंत्री ने जनसभा को संबोधित किया।पिछले दिनों नामांकन सभा में उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक शामिल हो चुके हैं।खतौली उप चुनाव में बड्सू गांव की जनसभा में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि आपके बच्चों की जितनी उम्र नहीं, गठबंधन प्रत्याशी पर उससे ज्यादा मुकदमे हैं। प्रदेश में पहले की सरकार गुंडगर्दी की प्रतीक थी। कहा कि आम जनता का उत्पीड़न होता था। आपने दर्द झेला है। भाजपा की सरकार बनते ही प्रदेश और देश में माहौल बदल गया है। भाजपा का लक्ष्य विकास है। अपराध का अंत करेंगे। अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करेंगे। मैनपुरी में भी कमल खिलेगा।यूपी में आज कोई डरता है तो वह गुंडा डरता है। भ्रष्टाचार मुक्त यूपी बनाने का प्रयास चल रहा है। वोट के रूप में कर्ज मांगने आया हूं। ब्याज के साथ डबल इंजन की सरकार इस कर्ज को चुकता करेंगे। यूपी देश में सबसे तेजी से आगे बढ़ रहा है। अपराधी पुलिस से डरकर भाग रहे हैं। प्रदेश में तीन उप चुनाव हैं। तीनों चुनावों में भाजपा प्रत्याशी मजबूती के साथ लड़ रहे हैं। यह साधारण चुनाव नहीं है, संदेश देने वाला चुनाव है।पूर्व एमएलसी हरपाल सैनी शुक्रवार को खतौली में होने वाली उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की चुनावी जनसभा में फिर से भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। वह आठ माह से किसी भी पार्टी में नहीं थे। कांग्रेस पार्टी से अपना राजनीतिक सफर शुरू करने वाले हरपाल सैनी ने 1995 में बसपा ज्वाइन कर ली थी। बसपा के टिकट पर साल 1996 में सरधना से एमएलए का चुनाव लड़ा और मामूली अंतर से हार गए। साल 2002 में फिर सरधना से ही बसपा के टिकट पर विधायक का चुनाव लड़े और हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद वह रालोद में चले गए और 2006 में रालोद से एमएलसी बने और 2012 तक रहे। इसके बाद 2015 में इन्होंने सपा का दामन थामा, लेकिन 2017 में सपा से सरधना से टिकट न मिलने पर (मौजूदा सरधना विधायक अतुल प्रधान को टिकट मिला था) सपा छोड़ दी। सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ भाजपा का दामन थाम लिया। साल 2022 के चुनाव के विधानसभा चुनाव से पहले फिर से स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ सपा ज्वाइन की, लेकिन सपा की हार के बाद फिर से पार्टी छोड़ दी।

एक टिप्पणी भेजें

Whatsapp Button works on Mobile Device only

Start typing and press Enter to search

Do you have any doubts? chat with us on WhatsApp
Hello, How can I help you? ...
Click me to start the chat...