मंगलवार, 28 फ़रवरी 2023


मूसेवाला मर्डर केस में पंजाब पुलिस की दूसरी बड़ी नाकामी, पहले हिरासत से भाग निकला गैंगस्टर टीनू और अब जेल में 2 आरोपियों की हत्या, विपक्ष मान सरकार पर हमलावर
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के बाद पंजाब पुलिस ने 36 आरोपियों को नामजद कर उन्हें पकड़ने की बात कही थी. दावों से परे इस केस में पुलिस की दो बड़ी नाकामियां भी सामने आई हैं. पहले खूंखार गैंगस्टर दीपक टीनू पुलिस हिरासत से फरार हो गया था. अब जेल में बंद केस के दो अहम आरोपियों की गैंगवार के दौरान हत्या हो गई.
लॉरेंस गैंग का गैंगस्टर टीनू 1 अक्टूबर 2022 को हिरासत से भाग निकला था. इसमें मानसा के इंस्पेक्टर प्रीतपाल की मिलीभगत सामने आई थी. तगड़ी घेराबंदी और कई राज्यों की पुलिस की मदद से टीनू को पूरे 18 दिन बाद राजस्थान के अजमेर से दोबारा पकड़ा गया. ये लापरवाही तब हुई थी, जब पुलिस जानती थी कि टीनू 2017 में पेशी के वक्त पंचकूला से भाग चुका था.
पंजाब पुलिस की दूसरी बड़ी लापरवाही गोइंदवाल जेल में सामने आई. पंजाब के हाई प्रोफाइल मर्डर केस के आरोपियों मनदीप सिंह तूफान और मनमोहन सिंह मोहना पर नजर ही नहीं रख पाए. पुलिस को जेल में दो गैंग के बीच चल रही दुश्मनी की भी खबर नहीं थी. नतीजा यह हुआ कि 26 फरवरी 2023 को दोनों की हत्या हो गई.
गोइंदवाल जेल अपने आप में हाई-सिक्योरिटी जेल है. अब सवाल उठता है कि जेल में हथियार कहां से पहुंचे, जिनसे 30 से 40 लोग आपस में भिड़े. इस गैंगवार में रॉड का भी इस्तेमाल हुआ है. बताया जा रहा है कि एक बैरक में 30 से 40 हवालातियों को रखा गया है, जिस कारण ये गैंगवार हुई.
गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने जेल में हुए इस डबल मर्डर की जिम्मेवारी ली, लेकिन वारदात से पहले तक इंटेलिजेंस एजेंसियों को इसका पता नहीं चल पाया कि गोल्डी बराड़ और लॉरेंस ने अपना गैंग जग्गू भगवानपुरिया से अलग कर लिया है. आपसी रंजिश के चलते गोल्डी बराड़ इस वारदात को अंजाम देने वाला है.
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