- बेसहारा पशुओं के लिए मोबाइल ऐप; लोग भेज सकेंगे सडक़ पर घूम रहे मवेशियों का फोटो, अधिकारी तुरंत लेंगे एक्शन | दैनिक सच्चाईयाँ

सोमवार, 6 फ़रवरी 2023

बेसहारा पशुओं के लिए मोबाइल ऐप; लोग भेज सकेंगे सडक़ पर घूम रहे मवेशियों का फोटो, अधिकारी तुरंत लेंगे एक्शन

सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने सडक़ों पर घूमने वाले पशुओं का पता लगाने के लिए एक ऐप तैयार की है। मुख्यमंत्री से मिले निर्देशों के बाद सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने एक मोबाइल ऐप डिवेलप कर दी है। इस ऐप के जारी होते ही लोग सडक़ों पर घूम रहे पशुओं की फोटो खींचकर अपलोड कर सकेंगे। वह तस्वीर संबंधित विभाग के अधिकारी के पास पहुंचेगी। फोटो मिलने के बाद विभाग संबंधित क्षेत्र के अधिकारी को उस फोटो को सेंड करेगा। इसके बाद यह उस अधिकारी की ड्यूटी होगी कि वह उस पशु को सदन तक पहुंचाए। सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा ऐप तैयार कर दी गई है। अब जल्द ही मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू इस ऐप को जारी करेंगे। इस ऐप के जारी होने के बाद लोग सडक़ों पर बेसहारा घूम रहे पशुओं को गो-सदनों तक पहुंचाने में मदद कर सकेंगे। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को एक्शन प्लान तैयार करने के निर्देश दिए थे, जिसके बाद सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने एक ऐप तैयार किया है। सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा तैयार की गई इस ऐप से पशुपालन विभाग के अधिकारियों के मोबाइल नंबर भी अटैच किए गए हैं। अब ऐप के जरिए पशुपालन विभाग के अधिकारियों को सडक़ों पर घूमने वाले पशुओं की जानकारी मिलेगी। पशुपालन विभाग की एक रिपोर्ट के अनुसार, हिमाचल में 36311 बेसहारा पशु हैं। इनमें से 20203 बेसहारा पशुओं को गोसदनों में रखा गया है। 9117 पशु अभी भी सडक़ों पर घूम रहे हैं, जो सडक़ दुर्घटनाओं का कारण तो बन ही रहे हैं, इसके अलावा कृषि पैदावार को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं। प्रदेश सरकार ने हिमाचल की सडक़ों को बेसहारा पशुओं से मुक्त करने और सभी मवेशियों को शेल्टर में रखने का प्लान बनाया है।

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