गुरुवार, 16 मार्च 2023
मेरठ नगर निगम ने डीएन पीजी कॉलेज की 40 दुकानों पर सुबह ही सील लगा दी। दुकानदार जब दुकान खोलने पहुंचे तो वहां सील लगी थी। व्यापारियों ने यह देखकर भारी नाराजगी जताई। काफी व्यापारी इकट्ठा होकर हंगामा करने लगे। व्यापारियों का आरोप है कि नगर निगम ने तानाशाही रवैय्या अपनाते हुए बिना नोटिस भेजे बिना किसी सूचना के ही दुकानों पर सील लगा दी है।
बृहस्पतिवार को नगर निगम की टीम ने रेलवे रोड चौराहा के पास डीएन पीजी कॉलेज की 40 दुकानों को सील कर दिया। वहां इकट्ठा हुए कारोबारियों ने हंगामा करते हुए बताया कि ये दुकानें डीएन कॉलेज प्रबंधन की हैं। लेकिन इन सभी दुकानों को डीएन कॉलेज समिति ने किराए पर दिया है। ये किराएदार 40 सालों से इन दुकानों को चला रहे हैं। तो कई किराएदारों की तीसरी पीढ़ी दुकानें चला रही हैं।
कालू प्रधान, व्यापार संघ अध्यक्ष रेलवे रोड ने कहा कि हमारी 40 दुकानें हैं। हम सभी डीएन कॉलेज के किराएदार हैं। हम पर ये तानाशाही हुई है। बिना किसी नोटिस के हमारी दुकानों को सील कर दिया गया है। हम किराएदार हैं, संपत्ति के मालिक नहीं हैं। कहा कि डीएन कॉलेज पर टैक्स का 8 लाख रुपया बकाया है। जो कॉलेज द्वारा नगर निगम को दिया जाना है। नगर निगम जो भी कागज भेजता है वो सारा पत्राचार कॉलेज और नगर निगम के बीच होता है। व्यापारी को इस बारे में कुछ भी जानकारी नहीं हैं।
कहा व्यापारी तो हर महीने अपना किराया नियमित रूप से कॉलेज को जमा करते रहते हैं। किसी का भी किराया बकाया नहीं है। अब कॉलेज ने टैक्स क्यों नहीं जमा किया, कॉलेज पर जो बकाया है उसकी जानकारी कॉलेज, नगर निगम को है। नगर निगम ने अगर नोटिस भेजा भी होगा तो कॉलेज को भेजा है। इसकी जानकारी कॉलेज ने हमें नहीं दी। चुपचाप नगर निगम ने आकर हमारी दुकानें सील कर दी हैं। दुकानदारों ने आरोप लगाया कि नगर निगम और डीएन कॉलेज की तानाशाही है। इनकी मिलीभगत में दुकानदार पिस रहे हैं।
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