गुरुवार, 23 मार्च 2023


सच्चाईयाँ:आंध्र प्रदेश न्यूज़- नए वित्त वर्ष में तिरुपति मंदिर ने तय किया साल भर में इतने करोड़ कमाई का टारगेट
नए वित्त वर्ष में तिरुपति मंदिर ने तय किया साल भर में इतने करोड़ कमाई का टारगेट मशहूर तिरुपति मंदिर ने 1 अप्रैल से शुरू होने जा रहे नए वित्त वर्ष में कुल 4411 करोड़ रुपये का राजस्व जुटाने का लक्ष्य तय कर लिया है । आंध्र प्रदेश के तिरुपति | जिले के तिरुमला में भगवान वेंकटेश्वर के इस मंदिर में हर वर्ष करोड़ों लोग पहुंच जाते है । इस मंदिर का संचालन तिरुमला तिरुपति देवस्थानम ट्रस्ट द्वारा किया जा रहा है ।
ट्रस्ट के चेयरमैन वाईवी सुब्बा रेड्डी ने कहा है कि मंदिर के सालाना बजट को हाल ही में मंजूरी भी दी जा चुकी है , लेकिन MLC चुनाव में लगी आचार संहिता के चलते इसे रोक दिया गया था । मौजूदा वित्त वर्ष के मुकाबले नए साल का रेवेन्यू टारगेट 1315 करोड़ रुपये से भी अधिक है । इस वर्ष यह लक्ष्य 3,096 रुपये ही था . इसमें अब वृद्धि हो चुकी है । रेड्डी ने इस बारे में कहा है कि मंदिर में आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या में इजाफा हुआ है । इसलिए रेवेन्यू का टारगेट भी बढ़ाया जा चुका है । कोरोना काल के बाद अब मंदिर को मिलने वाले चढ़ाये में बढ़ोतरी हुई है । कोरोना काल से पहले मंदिर में वर्ष में तकरीबन 1,200 करोड़ रुपये का दान आ जाता था ,
इसमें कोरोना के बीच बड़ी गिरावट देखने के लिए मिली है । जिसके साथ साथ मंदिर को मिलने वाले वर्चुअल दान और जमा रकम पर ब्याज में भी कमी भी आ गयी थी 500 करोड़ का प्रसाद ही बेचने का लक्ष्य , रेट्री ने बोला कि हमें इस साल 900 करोड़ रुपये का कैश चढ़ावा मिलने का अनुमान था , जो नए अनुमान के अनुसार 1,588 करोड़ रुपये तक हो सकता था । ऐसे में हमने नए वर्ष में 1,591 करोड़ रुपये का लक्ष्य तय कर लिया है । तिरुमला तिरुपति देवस्थानम का अनुमान है कि 990 करोड़ रुपये की रकम बैंकों में जमा कैश पर ब्याज के माध्यम से मिल सकती है । जिसके साथ साथ 500 करोड़ रुपये की प्रसाद की बिक्री हो सकती है और 330 करोड़ रुपये की स्पेशल दर्शन टिकट से कमाई होने की उम्मीद की है ।
मंदिर को किराये से भी मिलेगी 129 करोड़ रुपये की रकम खबरों का कहना है कि मंदिर के कल्याण मंडप के किराये और होटले में ठहरने वाले लोगों के माध्यम से भी 129 करोड़ रुपये की आय होने का लक्ष्य है । जिसके साथ साथ अलावा कुछ निर्माण कार्य भी मंदिर प्रशासन ने तय कर दिया है । मंदिर प्रशासन का कहना है कि 30 अतिरिक्त लड्डू काउंटर तैयार किए जाने वाले है ताकि भक्तों को जल्दी से प्रसाद मिल सके । इन पर 5.25 करोड़ रुपये की लागत आएगी । तमिलनाडु में श्री वेंकटस्वामी मंदिर के निर्माण पर भी 4.70 करोड़ रुपये की रकम खर्च की जाने वाली है ।
एक टिप्पणी भेजें