तांबे से बने रामझारा का जल तंत्रिका तंत्र के लिए अतिउपयोगी : डॉ. लियाकत अली मंसूरी
_______________________________________________
भारत में कई सदियों से तांबे के बर्तन में रखे पानी को पीने का रितिरिवाज चलता आ रहा हैं । इस तरह से पानी के साथ हमारे शरीर में तांबे की पर्याप्त अतिसूक्ष्म मात्रा चली जाती हैं । यूनानी चिकित्सा में इसका उल्लेख है । जानिए यूनानी चिकित्सा के अनुसार तंत्रिका तंत्र और शरीर में तांबे के क्या क्या फ़ायदे है__
1. तांबा , लाल रक्त कणिकाओं का निर्माण करने में सहायक होता हैं जिससे ऑक्सीजन की उचित मात्रा दिमाग़ की तंत्रिका कोशिकाओं ( Nerve cells ) तक पहुंच कर उन्हें स्वस्थ रखने का कार्य करती हैं ।
2 . तांबा शरीर की सभी कोशिकाओं एवं तंत्रिका कोशिकाओं की प्रतिरक्षा प्रणाली ( इम्यूनिथ पॉवर) को मजबूत करता है जिससे तंत्रिका तंत्र के रोग दूर रहते हैं ।
3 . फॉर्म कोलेजन , एक प्रोटीन से बनता हैं जिसमें तांबा होता है जो हड्डियों , ऊतकों एवं तंत्रिका तंत्र को बनाने में मदद करता है ।
4 . तांबा शरीर एवं तंत्रिका कोशिकाओं को नुकसान से बचाता हैं जिससे तंत्रिका कोशिकाओं का डिजनरेशन होने से बचाव होता है ।
5 . तांबा पचित भोजन से आयरन को बहुत जल्दी अवशोषित करता है जिससे हीमोग्लोबिन लेवल सामान्य बना रहने से उचित ऑक्सिजन जो तंत्रिका तंत्र को पोषण के रुप में तंत्रिका तंत्र तक पहुंचा पाता है और एनीमिया से बचाता हैं ।
6 . तांबा , शर्करा को ऊर्जा में बदल कर शरीर एवं तंत्रिका तंत्र को ऊर्जा देने में मदद करता है ।
7 . तांबा स्वस्थ नसों, हड्डियों, कोलेजन और त्वचा वर्णक मेलेनिन के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है ।
8 . तांबा मस्तिष्क को उत्तेजित कर उसे सक्रिय बनाए रखने में तांबे का पानी बहुत सहायक होता है। जिससे स्मरणशक्ति मजबूत होती है, और दिमाग तेज होता है ।
9 . तांबा सीधे तौर पर शरीर में कॉपर की कमी को पूरा करता है और बीमारी पैदा करने वाले जीवाणुओं से रक्षा कर पूरी तरह से स्वस्थ बनाए रखने में सहायक होता है ।
10 . तांबे के बर्तन में रखा पानी पूरी तरह से शुद्ध माना जाता है। यह सभी प्रकार के बैक्टीरिया को खत्म कर देता है जो डायरिया, पीलिया, डिसेंट्री और अन्य प्रकार की बीमारियों को पैदा करते हैं।
11 . तांबे में एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होने के कारण शरीर में दर्द, ऐंठन और सूजन की समस्या नहीं होती । ऑर्थराइटिस की समस्या से निपटने में भी तांबे का पानी अत्यधिक फायदेमंद होता है।
12 . तांबे में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट कैंसर से लड़ने की क्षमता में वृद्धि करते हैं। अमेरिकन कैंसर सोसायटी के अनुसार तांबे कैंसर की शुरुआत को रोकने में मदद करता है , इसमें कैंसर विरोधी तत्व मौजूद होते हैं ।
13 . पेट की सभी प्रकार की समस्याओं में तांबे का पानी बेहद फायदेमंद होता है। प्रतिदिन इसका प्रयोग करने से पेट दर्द, गैस, एसिडिटी और कब्ज जैसी परेशानियों से निजात मिल सकती है ।
14 . शरीर की आंतरिक सफाई के लिए तांबे का पानी कारगर होता है । इसके अलावा यह लिवर और किडनी को स्वस्थ रखता है और किसी भी प्रकार के संक्रमण से निपटने में तांबे के बर्तन में रखा पानी लाभप्रद होता है।
15 . तांबा अपने एंटी-बैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटी इंफ्लेमेट्री गुणों के लिए भी जाना जाता है। यह शरीर के आंतरिक व बाह्य घावों को जल्दी भरने के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है।
16 . तांबे में भरपूर मात्रा में मौजूद मिनरल्स थॉयराइड की समस्या को दूर करने में सहायक होते हैं। थॉयराइड ग्रंथि के सही क्रियान्वयन के लिए तांबा बेहद उपयोगी है।
17 . तांबे में उपस्थित एंटी-ऑक्सीडेंट तत्व असमय बढ़ती उम्र के निशान को कम कर आपको जवां बनाए रखता है। इसके अलावा यह फ्री रैडिकल में भी लाभदायक है, जो त्वचा को झुर्रियों, बारीक लाइनों और दाग-धब्बों से बचाकर स्वस्थ और जवां बनाए रखता है।
18 . तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से त्वचा पर किसी प्रकार की समस्याएं नहीं होती । यह फोड़े, फुंसी, मुंहासे और त्वचा संबंधी अन्य रोगों को पनपने नहीं देता हैं जिससे त्वचा साफ और चमकदार दिखाई देती है।
19 . त्वचा को अल्ट्रावॉयलेट किरणों से बचाने के लिए मेलानिन के निर्माण में तांबा अहम भूमिका निभाता है। मेलानिन त्वचा, आंखों एवं बालों के रंग के लिए जिम्मेदार तत्व होता है।
20 . तांबे का पानी पाचनतंत्र को मजबूत कर बेहतर पाचन में सहायता करता है । रात के वक्त तांबे के बर्तन में पानी रखकर सुबह पीने से पाचन क्रिया दुरूस्त होती है। इसके अलावा यह अतिरिक्त वसा को कम करने में भी बेहद मदददगार साबित होता है।
21 . तांबा दिल को स्वस्थ बनाए रखने में ब्लड प्रेशर को नियंत्रित कर बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। इसके अलावा यह हार्ट अटैक के खतरे को भी कम करता है। यह वात, पित्त और कफ की शिकायत को दूर करने में मदद करता है।
एक टिप्पणी भेजें