मवाना। गांव भिडवारा निवासी गौरव सहित कई लोगों ने सीओ व सीएचसी प्रभारी से शिकायत करते हुए प्राइवेट नर्सिंग होम के दो कर्मचारियों पर धोखाधड़ी कर इलाज के नाम आयुष्मान कार्ड से 20 हजार रुपये निकालने का आरोप लगाया है जबकि आपरेशन किसी और नर्सिंग होम में कराया गया।गांव भिडवारा निवासी गौरव ने सीओ आशीष शर्मा व सीएचसी प्रभारी डा. अरुण कुमार को दिए पत्र में बताया कि उसकी मां मुनेश के बच्चेदानी में रसौली थी। मुनेश आयुष्मान कार्ड धारक है। 21 अप्रैल को मां को हस्तिनापुर रोड पर रोडवेज बस स्टैंड के पास नर्सिंग होम में भर्ती कराया, जो 27 अप्रैल तक भर्ती रही।
वहां उसकी मां मुनेश के आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड, आधार कार्ड की छायाप्रति तथा मुनेश के बायोमैट्रिक अंगूठे के निशान लिए तथा आपरेशन की तारीख 9 मई दी। 9 मई को नर्सिंग होम कर्मचारी ने पांच हजार रुपये जमा कराए। पूछने पर बताया कि इलाज तो निशुल्क होगा, जो बाद में एडजस्ट हो जाएगा। आरोप है कि कुछ देर बाद चार हजार रुपये और जमा करने की बात कही।
यह भी कहा कि पैसे जमा करने पर ही आपरेशन होगा। नाराजगी जताने पर नर्सिंग होम दो कर्मचारियों ने उसके साथ गाली गलौच व अभद्र व्यवहार किया। मां की हालत नाजुक होने पर वह किसी विवाद में नहीं पड़ते हुए उसी दिन घर ले गया।
इसके बाद मां मुनेश के पंजीकृत फोन नंबर पर 20 हजार रुपये निकासी का मैसेज आया, जो उक्त नर्सिंग होम के फेवर में गए जबकि आपरेशन दूसरे नर्सिंग होम में कराया गया। दोनों कर्मचारियों पर बच्चेदानी की रसौली के स्थान पर पित्त की थैली के आपरेशन के नाम पर 20 हजार रुपये का फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाते हुए जांच कराकर कार्रवाई की मांग की है। पत्र पर रजनीश रोहल, गौरव गुर्जर, कुलदीप खटीक, चिराग मेहरा, सुमित, विजय गंगपुरी, सुधीर वाल्मीकि आदि के नाम हैं।
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