पीड़ित ने रोहटा थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। हालांकि बाद में दोनों पक्षों के बीच समझौता करा दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रोहटा चौकी इंचार्ज प्रदीप कुमार ने बृहस्पतिवार देर शाम हमराह सिपाहियों को गश्त के लिए चलने के लिए बोला तो एक सिपाही ने कहा कि मैं पूरे दिन से गाड़ी चला रहा हूं, अब मैं कतई गश्त पर नहीं जाऊंगा। उसके बाद दूसरे सिपाही ने भी ड्यूटी पर जाने से इंकार कर दिया। इसे लेकर चौकी इंचार्ज व दोनों सिपाहियों में कहासुनी और गाली गलौज हो गई।
मारपीट में चोटिल चौकी इंचार्ज ने डॉक्टरी परीक्षण कराया और दोनों सिपाहियों के खिलाफ रोहटा थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की। बाद में थाना प्रभारी ने दोनों पक्षों को बुलाकर समझौता करा दिया। दोनों सिपाहियों ने अपनी गलती स्वीकारते हुए चौकी इंचार्ज से क्षमा मांगी। थाना प्रभारी ने अधिकारियों को बताने के बजाए पूरे मामले पर परदा डाल दिया और दोनों सिपाहियों को रोहटा चौकी से हटाकर पूठ चौकी पर ट्रांसफर कर दिया। चौकी इंचार्ज प्रदीप कुमार ने बताया कि सिपाहियों ने अपनी गलती स्वीकार कर ली थी, इसलिए कार्यवाही को नहीं बढ़ाया गया।
थाना प्रभारी रोहट रविंद्र कुुमार सिंह का कहना कि आपस में ड्यूटी को लेकर मामूली कहासुनी हो गई थी। मारपीट जैसी कोई घटना नही हुई हैं। एसपी देहात से जब वार्ता की गई तो बताया कि ऐसी कोई घटना की जानकारी नहीं है।
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