- UP:-गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत की पुलिस के साथ झडप | सच्चाईयाँ न्यूज़

रविवार, 28 मई 2023

UP:-गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत की पुलिस के साथ झडप

 मुजफ्फरनगर। दिल्ली में पहलवान बेटियों को इंसाफ दिये जाने की मांग के साथ आज सवेरे भाकियू नेता राकेश टिकैत के साथ हजारों की संख्या में किसान जनपद से दिल्ली बॉर्डर के लिए कूच कर गये।इन किसानों को जब दिल्ली में एंट्री के लिए गाजीपुर बॉर्डर पर रोका गया तो राकेश टिकैत ने किसानों की अगुवाई करते हुए बेरिकेडिंग हटाने का प्रयास किया, इसको लेकर उनकी पुलिस कर्मियों और फोर्स के साथ जमकर झड़प भी हुई। भारी हंगामे के बावजूद पुलिस फोर्स ने किसानों को दिल्ली में नहीं घुसने दिया तो राकेश टिकैत बॉर्डर पर ही धरने पर बैठ गये। इस दौरान कई राज्यों से आये खाप प्रतिनिधि भी यहां मौजूद रहे। राकेश टिकैत ने कहा कि ये किसान देश की बेटियों को इंसाफ दिलाने के लिए दिल्ली जाना चाहते हैं, लेकिन लोकतंत्र में विश्वास न करने वाले ये सरकार लठतंत्र के सहारे जनता की आवाज को दबाना चाहती है, सरकार को याद रखना होगा कि यह देश बेटियों के साथ खड़ा है। इन बेटियों पर जितना जुल्म होगा, ये आंदोलन उतनी मजबूती हासिल करेगा।दिल्ली में कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष एवं भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों को लेकर कार्यवाही की मांग करते हुए धरने पर बैठी देश की महिला पहलवानों के समर्थन में खाप पंचायतों और भारतीय किसान यूनियन के दिल्ली कूच के आह्नान को लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आज पुलिस प्रशासन जहां पूरी तरह से हाईअलर्ट मोड पर नजर आया तो वहीं सवेरे से ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जनपदों के साथ ही मुजफ्फरनगर जिले से भी सैंकड़ों किसान अलग अलग जत्थों में दिल्ली के निकले। सवेरे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने किसानों को रवाना किया। राकेश टिकैत भी दस गाड़ियों के काफिले में यूनियन पदाधिकारियों के साथ दिल्ली कूच कर गये, इस दौरान उन्होंने पुलिस प्रशासन पर किसान नेताओं को डराने धमकाने और रोकने के लिए घरों पर पहरा लगाने के आरोप लगाये।

रविवार को सवेरे भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत के सरकूलर रोड स्थित आवास पर भारी गहमागहमी का आलम नजर आया। दिल्ली में महिला पहलवानों के समर्थन में संसद भवन पर होने वाली पंचायत में राकेश टिकैत ने दिल्ली कूच का आह्वान किया था। इसी के मद्देनजर राकेश टिकैत ने रविवार सुबह 9 बजे अपने आवास से कार्यकर्ताओं के साथ दिल्ली कूच करने की बात कही थी लेकिन पुलिस प्रशासन कोई रुकावट ना करें इससे पहले ही राकेश टिकैत मुजफ्फरनगर से दिल्ली के लिए रवाना हो गए। उनके साथ भाकियू जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा, अमरजीत, अमरजीत तोमर, मान सिंह, अशोक घटायान, हवा सिंह, सुधीर चौधरी, प्रमोद शर्मा, जितेंद्र भी गाड़ियों से दिल्ली के लिए निकले। करीब दस गाड़ियां उनके काफिले में शामिल रहीं। दिल्ली कूच से पहले उन्होंने यहां मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि किसानों और यूनियन पदाधिकारियों के घरों पर रात से ही पुलिस बैठी है। ये ही हमारे आंदोलन की जीत है। पुलिस फोर्स के लाख प्रयास के बावजूद भी किसान अपने घरों से निकल रहे हैं। सरकार बॉर्डर सील करती है तो करे, हमें बेटियों को इंसाफ दिलाने के लिए दिल्ली जाना है। उन्होंने आरोप लगाया कि आंदोलन कमजोर करने के लिए पुलिस फोर्स किसान नेताओं के रिश्तेदारों को फोन कर मुकदमा दर्ज करने की धमकी दे रहे हैं, डराया और धमकाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस अंादोलन में हमारी यही मांग है कि जब भाजपा सांसद बृजभूषण के खिलाफ यौन शोषण में एफआईआर दर्ज हो चुकी है तो उनकी तत्काल गिरफ्तारी होनी चाहिए। आज इस आंदोलन राजस्थान, हरियाणा, उत्तराखंड और यूपी से खाप पंचायतों के मुखिया और प्रतिनिधि भी शामिल हो रहे हैं।इसके बाद अलग अलग जत्थों में जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे पहलवानों के समर्थन में मुजफ्फरनगर से खाप चौधरी और भाकियू कार्यकर्ता दिल्ली के लिए रवाना हुए। सुबह जिला मुख्यालय से भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत कारों के काफिले में निकले। इसके अलावा खतौली के भंगेला चेकपोस्ट पर एकत्र हुए कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए रवाना हुए। उधर, खाप चौधरी बायवाला बुढाना की ओर से दिल्ली के लिए रवाना हुए हैं। कार्यकर्ता काफी संख्या में दिल्ली जा रहे थे, ऐसे में पुलिस ने कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया तो कई को नजरबंद कर दिया। मेरठ के भाकियू जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी को भी मेरठ में परतापुर टोल के पास रोका गया। पुलिस ने शिवाया, दौराला टोल से भाकियू कार्यकर्ता अंकित भाटी, कल्लू कश्यप, घनश्याम कंबोज, अक्षित कंबोज, आर्यन कंबोज अमित कुमार रुचि कंबोज वैशाली कांबोज अंकित कुमार आदि को हिरासत में लिया और दौराला थाने में बिठा लिया। वहीं रविन्द्र दोरालिया को भी पुलिस थाने ले आई। महिला कार्यकर्ता नेहा गौड को भी हिरासत में लिया गया। दिल्ली जाते हुए जब राकेश टिकैत को खबर मिली तो वो काफिले के साथ दौराला थाने पहुंचे और वहां पुलिस हिरासत से कार्यकर्ताओं को छुड़ाकर दिल्ली निकल गये। इसके साथ ही गाजीपुर बॉर्डर पहुंचने पर भारी पुलिस फोर्स ने बेरिकेडिंग पर किसानों को रोक लिया। यहां पर रैपिड एक्शन फोर्स भी लगाई गई थी। किसानों के भारी हुजूम के साथ जब राकेश टिकैत दिल्ली की ओर बढ़े तो बेरिकेडिंग पर फोर्स ने उनको आगे नहीं जाने दिया। यहां पर राकेश और किसानों की पुलिस फोर्स के साथ धक्का मुक्की और झड़प भी हुई, जिस कारण हंगामा खड़ा हो गया। बाद में राकेश टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर पर ही धरना और पंचायत का ऐलान कर दिया।

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