ईद-उल-अजहा के मौके पर ईदगाहों और मस्जिदों पर बाहर सड़क पर नमाज न हो, इसलिए पुलिस-प्रशासन की सख्ती कर दी। शासन स्तर से स्पष्ट निर्देश है कि सड़क पर नमाज न होने दी जाए।
रेलवे रोड थाना पुलिस ने शाही ईदगाह के मुख्य गेट पर तथा आसपास इलाके में नोटिस चस्पा करा दिए हैं। इमसें पुलिस की ओर से स्पष्ट किया है कि नमाज ईदगाह-मस्जिदों में ही अदा करें। किसी नमाजी ने सड़क पर नमाज अदा की तो उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
रेलवे रोड थाना प्रभारी निरीक्षक चमन प्रकाश शर्मा की ओर से नोटिस चस्पा कराने के बाद हालांकि शाही ईदगाह कमेटी ने भी अपील की है कि ईद-उल-अजहा के मौके पर सड़क के बजाए ईदगाह में ही नमाज अदा करें। शासन और प्रशासन की गाइड लाइन का पालन करें। शाही ईदगाह कमेटी के सचिव ने बताया कि शासन और प्रशासन द्वारा ईदगाह के आसपास पोस्टर चिपकाए गए हैं। जिन पर सड़क पर नमाज पढ़ने वालों के लिए गए दिशा-निर्देश दिए गए हैं। इसमें कहा कि कि ईदगाह के बाहर सड़क पर नमाज नहीं पढ़ी जाएगी। इन गाइड लाइंस का पालन करें, अन्यथा सड़क पर नमाज पढ़ने वालों के खिलाफ कानून लागू करने की कोशिश की जाएगी। ईदगाह प्रबंधन समिति द्वारा शासन-प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और सड़क पर नमाज अदा न करें।
शाही ईदगाह में सुबह सात बजे होगी नमाज : शहर काजी प्रोफेसर जैनुस साजिद्दीन सिद्दीकी ने बताया कि दिल्ली रोड स्थित शाही ईदगाह में ईद उल अजहा के मौके पर नमाज सुबह सात बजे अदा की जाएगी। दूसरी ओर, हाफिज अब्दुल समद ने बताया कि 29 जून को ईद-उल-अजहा का त्योहार मनाया जाएगा। इंचौली की ईदगाह में ईद-उल-अजहा की नमाज सुबह 7:15 बजे होगी। नूरानी मस्जिद में नमाज 7:30 बजे होगी। दूसरी ओर, हजरत बाले मियां ईदगाह नौचंदी के वक्फ प्रबंधक मुफ्ती मोहम्मद अशरफ ने बताया कि हजरत बाले मिया ईदगाह में नमाज सुबह 7:15 बजे होगी। इनके अलावा हाजी नूर सैफी ने बताया लिसाड़ी ईदगाह में ईद की नमाज सुबह 6:45 बजे होगी। हसीन अहमद सैफी ने जानकारी दी ति रजबन बाजार में बागों वाली मस्जिद में सुबह 7:15 बजे नमाज होगी।
कब्रिस्तान हाजी साहब मस्जिद में नमाज की तैयारी : शाही ईदगाह से आधा घंटे पहले कब्रिस्तान हाजी साहब मस्जिद में ईद-उल-अजहा के मौके पर नमाज अदा कराने की तैयारियां हो रही है। इसे लेकर हालांकि तकरार की स्थिति है। उलेमा कह चुके है कि ईदगाह के आसपास 500 मीटर के दायरे में ईदगाह से पहले नमाज नहीं कराई जा सकती। ईद उल फितर के मौके पर नमाज के लिए भीड़ अधिक आ गई थी और सड़क तक सफें आ गई थी। ईदगाह में सुबह सात बजे तथा हाजी साहब मस्जिद में नमाज 6:30 बजे होगी। अब तकरार यह भी है कि कब्रिस्तान हाजी साहब में नमाज के चलते वाहन पार्किंग की बड़ी समस्या होगी। अभी तक यहां पर उनके वाहन पार्किंग की व्यवस्था होती आई है, जो शाही ईदगाह में नमाज अदा करने अपने वाहनों से पहुंचते है।
कुर्बानी को लेकर अपील : समाजेसवी शोएब अंसारी तथा मतीन अहमद अंसारी ने अपील की है कि ईद-उल-अजहा के मौके पर कुर्बानी की फोटो और वीडियो सोशल मीडिया में डाले। इसी के साथ खुले में कुर्बानी भी न करें। कुर्बानी अल्लाह के लिए की जाती। अल्लाह को दिखावा पसंद नही है। कुर्बानी जानवर की तस्वीर आदि सोशल मीडिया यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम, वहाटस्अप ग्रुप में वीडियो-फोटो शेयर न करें। आस-पड़ोसियों का ख्याल रखे। गंदगी ना हो। साफ-सफाई गंदगी ध्यान रखे।
उन्होंने कहा
सड़क पर नमाज न पढ़े। प्रशासन ने सड़कों पर नमाज अदा करने की इजाजत नहीं दी है। कुर्बानी खुले में न करें। साफ-सफाई का विशेष ध्यान दें। अफवाहों पर ध्यान दें। कोई माहौल खराब करने का प्रयास करें तो उसकी सूचना पुलिस-प्रशासन को दें।
जैनुर राशिद्दीन सिद्दीकी, नायब शहर काजी
मौजूदा हालात में यह जरूरी है कि मुसलमान जानवरों की कुर्बानी देते वक्त एहतियात बरते। तस्वीरें, वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर न करें। कुर्बानी के दौरान सरकार के नियमों का सख्ती से पालन किया जाए। प्रतिबंधित जानवरों की कुर्बानी न दी जाए।
मौलाना अब्दुल समद, इंचौली
परंपरागत तरीके से आपसी भाईचारे और सौहार्द्र के साथ ईद उल अजहा का त्योहार मनाएं। कुर्बानी खुले में न करें। कुर्बानी से किसी को परेशान न हो। सड़क पर नमाज अदा न करें। पुलिस-प्रशासन की ओर से शासन का आदेश भी जारी किया गया है।
डॉ. मेराजुद्दीन अहमद, सदस्य शाही ईदगाह कमेटी
शासन और प्रशासन के आदेशों का पालन करते हुए ईद उल अजहा के मौके पर सड़क पर नमाज अदा न करें। कुर्बानी खुले में न करें। त्योहार के मौके पर युवा बाइक स्टंटबाजी, शोर-शराबा न करें। प्रशासन को व्यवस्था बनाने में सहयोग दें:सरफराज अंसारी, सामाजिक कार्यकर्ता
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