रायबरेली निवासी एक दलित व्यक्ति ने अपनी 16 वर्षीय नाबालिग पुत्री को झाड़फूंक एवं इलाज के लिए 16 जून को बिधूना कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में अपनी भतीजी की ससुराल में लेकर आया था। कुछ दिन के लिए वह अपनी पुत्री को छोड़कर अपने गांव वापस आ गया था।
आरोप है कि उनकी भतीजी के पति का रिश्तेदार सुमित नारायण उर्फ टिंकू यादव नाबालिग को अपने साथ ले गया और कई दिनों तक गलत काम किया। पिता ने जब वापस भतीजी की ससुराल आया तो उसे घटना के बारे में जानकारी हुई। इस पर उसने कोतवाली बिधूना पहुंचकर टिंकू यादव के खिलाफ दुष्कर्म एवं पास्को एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया, जिसके बाद पुलिस ने टिंकू की तलाश शुरू कर दी थी।
पुलिस अधीक्षक चारु निगम ने बताया आधी रात्रि में पुलिस को सूचना मिली थी कि दुष्कर्म एवं पास्को एक्ट का आरोपित सुमित एरवाकटरा रोड पर नकेडी पुलिया के पास आ रहा है। इसके बाद पुलिस ने नकेडी पुलिया के आसपास घेराबंदी की। पुलिस को देखकर आरोपित मोटर साइकिल से भागने लगा तो पुलिस ने उसका पीछा किया। बदमाश ने फायरिंग की, जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली से आरोपित सुमित घायल हो गया, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपित के खिलाफ पहले भी हत्या के प्रयास सहित अन्य मामले में सात मुकदमे दर्ज हैं। उसका भाई अनुज यादव टेन अपराधी है, जिस पर 36 मुकदमे हैं।
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