सहारनपुर में मादक पदार्थों के साथ पकड़े गए युवकों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। दोनों जिला कारागार में बंद थे। बताया जा रहा है कि दोनों नशे के आदी थे। जिला कारागार में नशा न मिलने पर दोनों की हालत बिगड़ गई थी।जेल प्रशासन ने दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। इसके बाद एक को मेरठ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया, जबकि दूसरे को जिला अस्पताल में उपचार दिया गया। दोनों की उपचार के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
कोतवाली बेहट पुलिस ने एक सप्ताह पूर्व गांव लोदीपुर निवासी गुलबहार (33) व गांव पठानपुरा निवासी अफजाल (37) मादक पदार्थ के साथ पकड़ा था। तस्करी के आरोप में पुलिस ने अदालत में पेश करने के बाद दोनों को जेल भेज दिया था। वरिष्ठ जेल अधीक्षक अमिता दुबे ने बताया कि दोनों का चार दिन पूर्व ब्लडप्रेशर लो हो गया था और इनकी हालत बिगड़ गई थी। दोनों को तुरंत जिला कारागार के अस्पताल में उपचार दिया गया, लेकिन हालत में सुधार नहीं हुआ।
इसके बाद दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। अफजाल की हालत गंभीर देखते हुए पिलखनी स्थित मेडिकल कॉलेज में रेफर किया गया। यहां भी उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। परिजन उसे मेरठ मेडिकल कॉलेज ले गए, जहां चिकित्सकों ने अफजाल को भर्ती कर इलाज शुरू किया, जबकि गुलबहार का जिला अस्पताल में उपचार चल रहा था। वहीं, मंगलवार की रात दोनों की उपचार के दौरान मौत हो गई।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक अमिता दुबे ने बताया कि जांच में पता चला कि दोनों नशे के आदी थे। जेल में नशा न मिलने की वजह से इनकी हालत बिगड़ी और उपचार के दौरान मौत हो गई। गुलबहार के शव का थाना जनकपुरी पुलिस ने पोस्टमार्टम कराया, जबकि अफजाल का मेरठ में पोस्टमार्टम हुआ। इसके बाद दोनों के शवों को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया
नशा मुक्ति केंद्र में भी कराते हैं उपचार
वरिष्ठ जेल अधीक्षक अमिता दुबे ने बताया कि जिला कारागार के अस्पताल में बने नशा मुक्ति केंद्र में नशे के आदी बंदियों का उपचार कराया जाता है, लेकिन गुलबहार और अफजाल को तस्करी के मामले में कोतवाली बेहट पुलिस ने जेल भेजा था। तब, यह नहीं पता था कि यह दोनों भी नशे के आदी हैं। हालत बिगड़ने पर पता चला कि यह तस्कर नहीं है, बल्कि नशे के आदी है। तत्काल प्रभाव से दोनों को उपचार दिलाया गया, लेकिन दोनों की मौत हो गई।
नशे ने पत्नी को बना दिया विधवा, चार बच्चों के सिर से उठा पिता का साया
लोदीपुर निवासी गुलबाहर ई-रिक्शा चलाता था। उसके एक पुत्र और चार बेटियां हैं। नशे की लत ने उसकी पत्नी को विधवा बना दिया तो बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया। गुलबाहर की मौत पर परिजनों का रो-रोककर बुराहाल है। वहीं, अफजाल के परिजनों में भी कोहराम मचा है।
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