मेरठ के भावनपुर थाना के राली गांव में हुए हादसे के मृतकों के 6 शव गांव पहुंच गए हैं.परिजनों ने शवों के अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया. रविवार को हुए इस हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई थी.
रविवार को हादसे में मृत 6 लोगों के शव गांव लाए गए, जहां मृतकों के परिजनों ने शव सड़क पर रखकर विरोध प्रदर्शन किया.
मृतकों के परिजनों ने शवों का अंतिम संस्कार करने से साफ इनकार कर दिया.मृतक के परिवार को 50 लाख और घायलों को 25 लाख मुआवजा देने की मांग की. इसके अलावा पीड़ित परिवार को नौकरी देने की भी मांग की.
लोगों का आक्रोश देख पुलिस प्रशासन समेत भाजपा के जिला अध्यक्ष विमल शर्मा ग्रामीणों को समझाने मौके पर पहुंचे हैं. ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है. हालांकि ग्रामीण अपनी मांग पर डटे हुए हैं.
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य पीड़ित परिवार से की बात
पीड़ित परिवार को समझाने की कोशिश जारी है.मेरठ के एक समाज सेवी विनोद सैनी ने दो मृतकों बच्चों के पिता सुरेश की डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से फोन पर बात कराई. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने उन्हें हर मुमकिन सहायता करने का आश्वासन दिया.हालांकि पीड़ित परिजनों ने शवों के अंतिम संस्कार करने से साफ मना किया.
बता दें कि शनिवार को राली गांव भावनपुर थाना मेरठ से एक कांवड हरिद्वार से जल लेकर लौट रहे थे.इसी दौरान गांव के पास ही हाइटेंशन लाइन से डीजे कांवड़ का हिस्सा टच होने से यह हादसा हुआ. हादसे में करीब एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए थे.
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