तृणमूल नेता का पड़ोसी गांव की एक महिला के साथ लंबे समय से विवाहेतर संबंध था. गांव वालों को भी पता था. स्थानीय निवासियों में भी गुस्सा था, लेकिन तृणमूल नेता को रंगे हाथ नहीं पकड़ा जा सका था.
आखिकार शनिवार को तृणमूल कांग्रेस नेता को महिला से मिलते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया. तृणमूल कांग्रेस नेता को देखते ही गांव वालों ने उन्हें घर में बंद कर दिया और जमकर मारपीट की है.
इस बीच खबर है कि जिस नेता को लेकर इतना हंगामा हुआ. वह एक बार मालदा जिला तृणमूल कांग्रेस के सोशल मीडिया सेल के प्रभारी थे. घटना मालदा जिले के रतुआ की है. स्थानीय लोगों के मुताबिक दोनों शादीशुदा हैं. आरोप है कि उनका काफी समय से विवाहेतर संबंध चल रहा है.
शनिवार को टीएमसी के नेता पहले की तरह गांव में पहुंचे तो गांव वालों ने उन्हें घेर लिया और पहले उन्हें कमरे में बंद कर दिया और फिर लोगों ने उनकी पिटाई कर दी. बाद में पुलिस की मदद से उन्हें छुड़ाया गया.
महिलाओं के साथ रंगे हाथ पकड़े गए टीएमसी नेता
घटना की चर्चा जिले के राजनीतिक हलकों में जोरों पर है. घटना की खबर सामने आते ही कांग्रेस ने सत्ता पक्ष के खिलाफ सुर बुलंद कर दिए. रतुआ-1 ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष परितोष सिन्हा कहते हैं, ”तृणमूल नेता अपनी गर्लफ्रेंड के बिना नहीं रह सकते. पार्थ चटर्जी की घटना तो सभी ने देखी है.”
उन्होंने कहा कि उसकी गर्लफ्रेंड फिर 25-26 साल की है. क्या पता उसकी और भी गर्लफ्रेंड हों. दरअसल, तृणमूल नेताओं की गर्लफ्रेंड एक बैंक हैं. यहां कट मनी जमा की जाती है. मुझे लगता है कि जमीनी स्तर से लेकर शीर्ष तक सभी नेताओं की गर्लफ्रेंड होती हैं.”
टीएमसी नेताओं के पकड़े जाने पर शुरू हुई बयानबाजी
वामपंथियों ने भी इस घटना को लेकर मजाक उड़ाया. सीपीएम के रतुआ-1 ब्लॉक लोकल कमेटी के सचिव नजरूल इस्लाम ने कहा, ”वह तृणमूल नेता 55 साल की उम्र पार कर चुके हैं. उसकी एक गर्लफ्रेंड भी है. दरअसल वे पार्टी के बड़े नेताओं की पैरवी कर रहे हैं. पूरी पार्टी ही इस तरह के लोगों से भरी हुई है.
हालांकि, तृणमूल जिला नेता देवप्रिय साहा का कहना है कि दोषी पाए जाने पर सजा दी जाएगी. उन्होंने कहा, ”अगर तृणमूल नेता पर लगाए गए आरोप साबित हो गए तो उन्हें सजा दी जाएगी. कानून हमेशा कानून का पालन करेगा. उन्होंने कहा कि पार्टी किसी तरह की असामाजिक क्रियाक्लाप को बर्दाश्त नहीं करेगी.
तृणमूल नेता का पड़ोसी गांव की एक महिला के साथ लंबे समय से विवाहेतर संबंध था. गांव वालों को भी पता था. स्थानीय निवासियों में भी गुस्सा था, लेकिन तृणमूल नेता को रंगे हाथ नहीं पकड़ा जा सका था.
इस बीच खबर है कि जिस नेता को लेकर इतना हंगामा हुआ. वह एक बार मालदा जिला तृणमूल कांग्रेस के सोशल मीडिया सेल के प्रभारी थे. घटना मालदा जिले के रतुआ की है. स्थानीय लोगों के मुताबिक दोनों शादीशुदा हैं. आरोप है कि उनका काफी समय से विवाहेतर संबंध चल रहा है.
शनिवार को टीएमसी के नेता पहले की तरह गांव में पहुंचे तो गांव वालों ने उन्हें घेर लिया और पहले उन्हें कमरे में बंद कर दिया और फिर लोगों ने उनकी पिटाई कर दी. बाद में पुलिस की मदद से उन्हें छुड़ाया गया.
महिलाओं के साथ रंगे हाथ पकड़े गए टीएमसी नेता
घटना की चर्चा जिले के राजनीतिक हलकों में जोरों पर है. घटना की खबर सामने आते ही कांग्रेस ने सत्ता पक्ष के खिलाफ सुर बुलंद कर दिए. रतुआ-1 ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष परितोष सिन्हा कहते हैं, ”तृणमूल नेता अपनी गर्लफ्रेंड के बिना नहीं रह सकते. पार्थ चटर्जी की घटना तो सभी ने देखी है.”
उन्होंने कहा कि उसकी गर्लफ्रेंड फिर 25-26 साल की है. क्या पता उसकी और भी गर्लफ्रेंड हों. दरअसल, तृणमूल नेताओं की गर्लफ्रेंड एक बैंक हैं. यहां कट मनी जमा की जाती है. मुझे लगता है कि जमीनी स्तर से लेकर शीर्ष तक सभी नेताओं की गर्लफ्रेंड होती हैं.”
टीएमसी नेताओं के पकड़े जाने पर शुरू हुई बयानबाजी
वामपंथियों ने भी इस घटना को लेकर मजाक उड़ाया. सीपीएम के रतुआ-1 ब्लॉक लोकल कमेटी के सचिव नजरूल इस्लाम ने कहा, ”वह तृणमूल नेता 55 साल की उम्र पार कर चुके हैं. उसकी एक गर्लफ्रेंड भी है. दरअसल वे पार्टी के बड़े नेताओं की पैरवी कर रहे हैं. पूरी पार्टी ही इस तरह के लोगों से भरी हुई है.
हालांकि, तृणमूल जिला नेता देवप्रिय साहा का कहना है कि दोषी पाए जाने पर सजा दी जाएगी. उन्होंने कहा, ”अगर तृणमूल नेता पर लगाए गए आरोप साबित हो गए तो उन्हें सजा दी जाएगी. कानून हमेशा कानून का पालन करेगा. उन्होंने कहा कि पार्टी किसी तरह की असामाजिक क्रियाक्लाप को बर्दाश्त नहीं करेगी.
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