क्या कोविड और हार्ट अटैक के बीच कोई संबंध है. इस बाबत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बड़ा बयान दिया है. मंत्री ने आईसीएमआर के हवाले से इसका जवाब हां दिया है. अब सवाल है कि ऐसी स्थिति में क्या करें.
नई दिल्ली : हाल के दिनों में हार्ट अटैक की कई खबरों के सामने आने के बाद लोगों की चिंताएं बढ़ गईं हैं, वह भी तब जबकि इससे सबसे अधिक युवा प्रभावित हुए हैं. लोगों ने ये भी सवाल पूछना शुरू कर दिया है कि कहीं हार्ट अटैक बढ़ने की खबरों का कोविड से तो कई संबंध नहीं है. अगर आप इसका जवाब जानना चाहते हैं, तो केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया का यह बयान जरूर पढ़ें.
स्वास्थ्य मंत्री ने साफ तौर पर इसका जवाब हां में दिया है. उन्होंने कहा कि जिस किसी व्यक्ति को कोविड की बीमारी हुई थी, उसे आने वाले दो-तीन सालों तक कोई भी कठिन और तनावपूर्ण कार्य से बचना चाहिए. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ऐसे लोगों को दो से तीन सालों तक कठिन एक्सरसाइज भी नहीं करना चाहिए. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने इस संबंध में इंडियन काउंसल ऑफ मेडिकल रिसर्च की एक स्टडी का हवाला दिया है.
उन्होंने कहा कि आईसीएमआर ने इस संबंध में एक स्टडी की है. इसके अनुसार जिन्हें भी कोविड का इन्फेक्शन हुआ था, उन्हें आने वाले कम से कम दो सालों तक कठिन कार्य से बचना चाहिए. मंडाविया ने कहा कि हाल के दिनों में कई ऐसी घटनाएं हुईं हैं, जिसके बाद इस पर स्टडी किया गया. मंत्री ने कहा कि 22 अक्टूबर को गुजरात के खेडा में गर्बा खेलते-खेलते 17 साल का एक लड़का हार्ट अटैक का शिकार हो गया. इस तरह की कई घटनाएं हुईं हैं, जिस पर हर कोई आश्चर्य जता रहा है.
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