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रविवार, 10 दिसंबर 2023

गोगामेड़ी मर्डर के लिए विदेश से रोहित गोदारा ने प्लानिंग की, तीनों शूटर तक पहुंचने की पूरी कहानी


राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी (Sukhdev Singh Gogamedi) हत्या में शामिल दो फरार शूटर को गिरफ्तार कर लिया गया है. रोहित राठौड़ और नितिन फौजी. तीसरा शूटर नवीन सिंह शेखावत हमले के दौरान क्रॉस फायरिंग में मारा गया था.

अब सवाल उठता है कि हत्या की जिम्मेदारी लेने वाले रोहित गोदारा का इन लोगों से क्या कनेक्शन है? वो कैसे इन लोगों तक पहुंचा और गोगामड़ी की हत्या करने के लिए उन्हें कैसे मनाया? मर्डर का प्लान कब, कहां और कैसे बनाया गया?

इंडिया टुडे से जुड़े अरविंद ओझा ने इस मामले पर रिपोर्ट तैयार की है. पता चला है कि रोहित गोदारा ने विदेश में बैठकर ही गोगामेड़ी के मर्डर की प्लानिंग बनाई. इस काम के लिए उसने सबसे पहले अपने 'राइट हैंड मैन' वीरेंद्र चारण को चुना. वो राजस्थान की अजमेर सेंट्रल जेल में बंद है. वीरेंद्र को वहीं से मर्डर के लिए शूटरों को ढूंढने की जिम्मेदारी दी गई.

कैसे हुई शूटर से मुलाकात?

वीरेंद्र चारण जिस जेल में था, वहीं रोहित राठौड़ भी बंद था. रोहित राठौड़ बलात्कार के एक मामले में अंदर हुआ था. रोहित ने पूछताछ में बताया कि रेप केस में सुखदेव गोगामेड़ी उसके खिलाफ पैरवी कर रहा था. इस वजह से वो काफी गुस्से में था. वीरेंद्र ने सुखदेव के खिलाफ इसी गुस्से का फायदा उठाया. रोहित राठौड़ गोली चलाने के लिए तैयार हो गया.

नितिन फौजी कहां से मिला? 

वीरेंद्र दूसरे शूटर नितिन फौजी के संपर्क में भी जेल में रहने के दौरान ही आया. हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिला स्थित दौंगड़ा जाट गांव का रहने वाला नितिन फौजी सेना में कार्यरत है. उसकी पोस्टिंग फिलहाल अलवर में बताई जा रही है. नितिन फौजी के पिता अशोक कुमार भी आर्मी से रिटायर्ड हैं. नितिन पर हरियाणा के महेंद्रगढ़ में किडनैपिंग का केस दर्ज है. उसने पुलिस को बताया कि 9 नवंबर को उसे फर्जी चोरी के मामले में घसीटा गया और जब हरियाणा पुलिस उसे पकड़ने गई तो उसने उन पर फायरिंग कर दी, फिर भाग निकला. भागने के बाद फौजी को पता था कि उसकी नौकरी चली जाएगी और परिवार वाले भी उसे त्याग देंगे.

रिपोर्ट के मुताबिक, नवंबर के आखिरी हफ्ते में उसका संपर्क गोदारा और और चारण के सहयोगी रोनी राजपूत से हुआ. ये भी बताया जा रहा है कि नितिन को विदेश जाकर सेटल होना था. वीरेंद्र ने उससे कहा कि अगर वो गोगामेड़ी को मारने में मदद करेगा तो वो कनाडा के लिए फर्जी पासपोर्ट और वीजा की व्यवस्था कर देगा. 

तीसरा आरोपी नवीन शेखावत था. एक कपड़ा कारोबारी. वो जयपुर में ही रहता था और पहले से सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के साथ जुड़ा हुआ था. उसका गोगामेड़ी के पास आना-जाना लगा रहता था.

आरोप है कि वीरेंद्र ने ही अपने गुंडों से शूटरों को जयपुर में हथियार भिजवाए थे. हत्याकांड के दिन नवीन अपनी बुआ के बेटे की शादी का कार्ड देने के लिए गोगामेड़ी के पास पहुंचा था. जयपुर के झोटवाड़ा में आरोपी नवीन शेखावत, शूटर रोहित राठौड़ और नितिन फौजी ने सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के सम्मान के लिए 2 शॉल और साफे खरीदे. वैशाली नगर के चौराहे पर लगे एक सीसीटीवी कैमरे में तीनों स्कॉर्पियो से जाते हुए दिखे.

शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि रोहित गोदारा का गोगामेड़ी के साथ प्रॉपर्टी को लेकर विवाद था. हालांकि हत्याकांड के पीछे जातीय समीकरण की बात भी सामने आ रही है.

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