मोहम्मद फाजिल हत्याकांड का राज नामजद आरोपी मुस्लिम अब्बास की मौत के साथ दफन हो गया। अस्पताल से आने के बाद पुलिस मुस्लिम अब्बास से पूछताछ करने की तैयारी में थी लेकिन उसने आत्महत्या कर ली।
अब हत्याकांड की जांच भी खत्म हो सकती है। मुकदमा में एफआर लगाई जा सकती है।
नौगांवा सादात में रहकर मुस्लिम अब्बास और उसके दोस्त मोहम्मद फाजिल का लाइफ स्टाइल कम वक्त में एकदम बदल गया था। बुलेट की सवारी के साथ हाथों में महंगे आईफोन संग उनके ठाठ देखकर लोग हैरानी में थे। लेकिन मंगलवार को दिन निकलते ही फाजिल के खून में सने मुस्लिम अब्बास के हाथों ने इन चर्चाओं को और ज्यादा हवा दे दी।
दबी जुबान में शुरू हुई बातें पुलिस के कानों तक पहुंचने के बाद जांच का नजरिया भी बदल गया था। इसके साथ ही हत्याकांड में किसी तीसरे के शामिल होने की आशंका भी जताई जाने लगी थी। पुलिस ने मामले में एक अन्य युवक से भी पूछताछ की थी, लेकिन कोई क्लू नहीं मिलने पर उसे छोड़ दिया था।
हत्या में कौन शामिल था ये मुस्लिम अब्बास ही बता सकता था। बृहस्पतिवार की रात मुस्लिम अब्बास की मौत के साथ मोहम्मद फाजिल हत्याकांड की मौत का राज भी उसके साथ दफन हो गया है।
पोस्टमार्टम में आया हैंगिंग
सीओ अंजलि कटारिया ने बताया कि मृतक मुस्लिम अब्बास की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण हैंगिंग आया है। जिसे स्पष्ट है कि उसकी फंदे पर लटकने से ही मौत हुई थी। इसके अलावा पेट पर पुरानी चोट का निशान है, जिसकी वजह से मुस्लिम अब्बास मेरठ अस्पताल में भर्ती हुआ था।
फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट की टीम ने जुटाए साक्ष्य
जिला अस्पताल के प्राइवेट वार्ड में फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट की टीम ने साक्ष्य जुटाए। वार्ड के शौचालय में बारीकी से जांच पड़ताल की। बाद में वार्ड को सील कर दिया गया है। फिलहाल देहात थाना पुलिस सील किए गए वार्ड की निगरानी कर रही है।
हत्यारोपी के सुसाइड करने के बाद सतर्क हो गई पुलिस
जिला अस्पताल के वार्ड में हत्या आरोपी मुस्लिम अब्बास के सुसाइड करने के तुरंत बाद ही पुलिस सतर्क हो गई। डर था की कहीं पुलिस पर किसी तरह के आरोप न लगने लगें। लेकिन परिजनों ने किसी तरह का कोई आरोप नहीं लगाया। इसके बाद पुलिस ने राहत की सांस ली।
दफीना होने तक फूलती रही पुलिस की सांसें
फाजिल हत्याकांड के नामजद आरोपी मुस्लिम अब्बास के द्वारा खुदकुशी करने के बाद नौगांवा कस्बे में उसके घर पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। शव के घर पहुंचते ही तमाम लोग मोहम्मद फाजिल को देखने के लिए उमड़ पड़े। भीड़ को देखकर पुलिस की सांस फूलती रही। हालांकि जुम्मे की नमाज के बाद पुलिस की मौजूदगी में मुस्लिम अब्बास के शव को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया।
फोन की कॉल डिटेल खंगाल रही थी पुलिस
फाजिल हत्याकांड के नामजद आरोपी मुस्लिम अब्बास के फोन की पुलिस कॉल डिटेल खंगाल रही थी। क्योंकि मृतक मोहम्मद फाजिल के पिता ने मुस्लिम अब्बास को नामजद आरोपी बनाया था। नामजदगी होने के बाद पुलिस मुस्लिम अब्बास की गतिविधि पर नजर रख रही थी। पुलिस ने मेरठ जाकर भी मुस्लिम अब्बास से पूछताछ की थी। इतना ही नहीं मुस्लिम अब्बास के परिजन भी पुलिस को जांच में सहयोग कर रहे थे। यही वजह है कि परिजनों ने मेरठ से लाकर मुस्लिम अब्बास को जिला अस्पताल में भर्ती कर दिया था।
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