उमेश पाल और उसके दो सरकारी सुरक्षाकर्मियों की हत्या के मामले में अब आयशा नूरी की बेटियों पर भी शिकंजा कसा जाएगा। इसके लिए पुलिस उनके खिलाफ साक्ष्य जुटा रही है।
एक बेटी की सगाई भी अतीक के बेटे असद के साथ हुई थी, लेकिन एसटीएफ के साथ हुई मुठभेड़ में असद ढेर हो गया था।
पुलिस का कहना है कि उमेश सहित तीन लोगों की हत्या के बाद पांच लाख का इनामी गुड्डू बमबाज जब मेरठ में आयशा के घर पहुंचा था, तब उसकी बेटियों ने इस्तकबाल किया था। इसके बाद वह अपनी अम्मी के साथ भी माफिया अतीक व अशरफ की मदद के लिए लगातार प्रयास कर रही थीं।
पुलिस को मोबाइल से मिली अहम जानकारी
शुरुआती छानबीन में पुलिस को यह भी पता चला था कि आयशा की बेटियां फरारी के दौरान अतीक के बेटे की अप्रत्यक्ष रूप से मदद कर रही थीं। अभियुक्तों के मोबाइल से भी पुलिस को काफी जानकारी मिली थी। सूत्रों का दावा है कि हत्याकांड में आयशा लगातार फरार चल रही है और उसके साथ दोनों बेटियां भी हैं।
इस आधार पर भी वह वांछित अभियुक्ता की मदद कर रही हैं। आपरेशन जिराफ के तहत पुलिस जैनब, शाइस्ता और आयशा का कनेक्शन भी खंगाल रही है। आशंका जताई गई है कि तीनों का संपर्क किसी न किसी माध्यम से जरूर हो रहा है, जिसके चलते वह पुलिस की गिरफ्त से बच रही हैं।
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