दक्षिणी अफ्रीकी देश मलावी के उपराष्ट्रपति का प्लने अचानक रडार से लापता हो गया है। इसके बाद वहां की सेना सर्च अभियान कर में जुट गई है। मलावी के राष्ट्रपति ने सोमवार को कहा कि वह देश के उपराष्ट्रपति साउलोस चिलिमा को ले जा रहे लापता सैन्य विमान की खोज अभियान में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
पूर्व फर्स्ट लेडी भी थीं विमान में
टेलीविजन पर राष्ट्र के नाम संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि विमान ने सुबह 9 बजे (0700 GMT) उड़ान भरी थी, जिसमें 51 वर्षीय चिलिमा और 9 अन्य लोग सवार थे, लेकिन खराब मौसम के कारण यह रनवे पर उतर नहीं सका। उन्होंने बताया कि मलावी की पूर्व फर्स्ट लेडी शानिल जिम्बिरी (मुलुज़ी) भी उस विमान में सवार थीं। बता दें कि ये सभी एक पूर्व कैबिनेट मंत्री के अंतिम संस्कार के लिए राजधानी लिलोंगवे से 370 किलोमीटर (230 मील) की दूरी तय कर म्ज़ुज़ू शहर जा रहे थे।
चकवेरा ने कहा, "म्जुजू पहुंचने पर पायलट खराब मौसम में विजिबिलिटी कम होने के कारण विमान को उतारने में असफल रहा और फिर एयरपोर्ट अधिकारियों ने विमान को लिलोंगवे लौटने की सलाह दी, फिर थोड़ी देर बाद अधिकारियों का विमान से संपर्क जल्द ही टूट गया।"
किया सभी दावों को खारिज
राष्ट्रपति ने स्थानीय मीडिया में चल रहे उन सभी दावों को खारिज कर दिया कि रात के लिए तलाशी अभियान को बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि सैनिक "अभी भी जमीन पर सर्च अभियार में जुटे हुए हैं और मैंने सख्त आदेश दिए हैं कि जब तक विमान नहीं मिल जाता, तब तक अभियान जारी रहना चाहिए", उन्होंने कहा कि सेना जनता को नियमित रूप से जानकारी देती रहेगी। चकवेरा ने क्षेत्रीय और राष्ट्रीय बलों को दिन में ही "तत्काल खोज और बचाव अभियान" चलाने का आदेश दिया।
विदेशों से मांगी मदद
उन्होंने कहा कि मैंने पहले ही अमेरिका, ब्रिटेन, नॉर्वे और इजरायल सहित विभिन्न देशों की सरकारों से संपर्क किया है, जिन्होंने "विभिन्न क्षमताओं में" समर्थन की पेशकश की है, जिससे विमान को जल्दी खोजने की संभावना बढ़ जाएगी। एक सिग्नल से पता चला कि विमान, म्झूजू के दक्षिण में स्थित गरीब दक्षिणी अफ्रीकी देश की लकड़ी मिलिंग कंपनी रिआपली के 10 किलोमीटर के दायरे में है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सैनिक मशालों के साथ और पैदल ही लापता विमान की तलाश कर रहे हैं। विभिन्न अपुष्ट रिपोर्टें प्रसारित हुई हैं कि प्रत्यक्षदर्शियों ने सोमवार को एक विमान को जंगल में दुर्घटनाग्रस्त होते देखा था।
रद्द की अपनी बहामास की यात्रा
वहीं, इस घटना के बाद चकवेरा ने बहामास की यात्रा रद्द कर दी है। 2014 में पहली बार उपराष्ट्रपति चुने गए करिश्माई लेकिन सख्त बोलने वाले चिलिमा को मलावी में, खासकर युवाओं के बीच काफी पसंद किया जाता है। पर 2022 में अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान, चिलिमा को एक ब्रिटिश-मलावी कारोबारी से जुड़े रिश्वत घोटाले में गिरफ्तार करने और भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के बाद उनकी शक्तियां वापस ले ली गईं थी। पिर पिछले महीने, एक मलावी कोर्ट ने उन पर लगे आरोप खारिज कर दिए।
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