देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के प्रशांत विहार इलाके में पीवीआर के पास धमाके की तेज आवाज सुनी गई है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम मौके पर पहुंच गई है।आज का विस्फोट एक पार्क की चारदीवारी के पास हुआ और जांचकर्ताओं को घटनास्थल पर एक सफेद पाउडर जैसा पदार्थ मिला है। इसी बीच, पुलिस ने लोगों से कहा कि वह शांति बनाए रखें और अफवाहों पर ध्यान ना दें।
इससे कुछ देर पहले ही दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजधानी की कानून व्यवस्था को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। उन्होंने कहा, ‘मैं गृह मंत्री अमित शाह से पूछना चाहता हूं कि यह क्या हो रहा है। क्या आप मानते हैं कि आपसे दिल्ली नहीं संभाली जा रही है। दिल्ली के लोग अब सुरक्षा के लिए किसके पास जाएं। मैं दिल्ली की महिलाओं से पूछना चाहता हूं कि क्या आप दिल्ली में अपने आप को सुरक्षित महसूस करते हो। सात बजे के बाद अगर बेटी घर ना लौटे तो मां बाप को चिंता हो जाती है। ये हमारा शहर है और हम शहर के किसी भी कोने में खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं।’
अरविंद केजरीवाल ने गिनाई केसों की लिस्ट
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारे पास केसों की बहुत ही लंबी लिस्ट है। उन्होंने कहा, ’11 अक्टूबर को सराय काले खां ये अमित शाह के घर से कुल 10 किलोमीटर दूर है। यहां पर एक 34 साल की महिला के साथ में गैंगरेप किया गया और वो अर्धमूर्छित अवस्था में पाई गई। 12 बेगमपुर में एक तीन साल की बच्ची को किडनैप किया गया और यह भी अमित शाह के घर से मात्र 8 किलोमीटर है।’
व्यापारियों और महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़े- अरविंद केजरीवाल
दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि महिलाओं और व्यापारियों के खिलाफ अपराध बढ़ते जा रहे हैं। हर तरफ लोग खौफ और दहशत में जी रहे हैं। बेटी को पढ़ाने की जिम्मेदारी हमारी थी, हमने बेटी को पढ़ाया। वहीं बेटी की सुरक्षा की जिम्मेदारी गृह मंत्री अमित शाह के पास थी, उन्होंने बेटी को नहीं बचाया। गृह मंत्री अमित शाह, आप अरविंद केजरीवाल को नहीं अपराध और गुंडों को रोकिए।
अमित शाह अपनी जिम्मेदारी निभाने में नाकाम रहे- अरविंद केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैंने दिल्ली में विकास करने की अपनी जिम्मेदारी निभाई लेकिन सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी BJP के गृह मंत्री अमित शाह की थी और वह अपनी जिम्मेदारी निभाने में नाकाम रहे हैं। दिल्ली में व्यापारियों को खुलेआम धमकियां दी जा रही हैं और गोलियां चलाई जा रही हैं। आज वह डरकर दिल्ली छोड़ रहे हैं। दिल्ली में व्यापार करना कठिन हो गया है।
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