सोमवार, 18 अप्रैल 2022


भारत ने कोरोना से मौत का अनुमान लगाने का डब्ल्यूएचओ के तरीके को बताया गलत, कहा- एक ही माडल नहीं हो सकता उपयोग
भारत ने कोरोना के चलते हुई मौतों की गणना करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा अपनाए गए तरीके पर सवाल उठाया है। भारत ने कहा है कि उसके जैसे विशाल भौगोलिक आकार और जनसंख्या वाले देश में मौतों का आकलन करने के लिए एक ही गणितीय माडल का उपयोग नहीं किया जा सकता है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कहा कि भारत ने कोरोना से मौत की गणना की डब्ल्यूएचओ की कार्यप्रणाली को लेकर सदस्यों देशों के साथ अपनी चिंता साझा की थी।
इसको लेकर डब्ल्यूएचओ को भी छह पत्र लिखे गए थे।भारत ने मुख्य रूप से इस बात को उठाया था कि भारत जैसे विशाल भौगोलिक आकार और जनसंख्या वाले देश में छोटे देशों में मौत के आकलन के लिए अपनाए जाने वाले तरीके का उपयोग कैसे किया जा सकता है।मंत्रालय ने न्यूयार्क टाइम्स की एक रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भारत इस मुद्दे पर डब्ल्यूएचओ के लगातार संपर्क में रहा है। डब्ल्यूएचओ ने छोटे देशों से उठाए आंकड़े के आधार पर ही भारत जैसे बड़े देशों में कोरोना से होने वाली मौतों का आकलन किया। भारत की आपत्ति डब्ल्यूएचओ द्वारा बताई जाने वाली मौतों की संख्या को लेकर नहीं, बल्कि उसका निर्धारण करने के उसके तरीके को लेकर है।
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