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बुधवार, 15 मार्च 2023

मेरठ:-नगर निगम का अतिक्रमण हटाओ अभियान हुआ टांय-टांय फिस

मेरठ नगर निगम की ओर से आए दिन अतिक्रमण हटाओ अभियान चलता रहता है लेकिन यह अभियान कुछ दिन चलकर बंद हो जाता है इसकी वजह कुछ भी हो सकती है या तो नगर निगम सिर्फ खानापूर्ति करता है या फिर अपने आप को सुर्खियों में रखना चाहता है वह एक अलग बात है अभी हाल ही में शास्त्री नगर में नगर निगम का अतिक्रमण हटाओ अभियान टांय-टांय फिस हो गया लेकिन एक बात जो समझ से बिल्कुल बाहर है वह यह है कि नगर निगम का अतिक्रमण हटाओ अभियान पार्टी विशेष के लोगों पर नहीं होता ना ही उन पर कोई कार्रवाई की जाती है और ना ही उनके द्वारा लगाए गए अवैध होर्डिंग्स को हटाया जाता है। कहने को तो सरकार लोगों को यह आश्वासन देती है कि उनकी समस्याओं को दूर किया जाएगा जैसे- पानी की किल्लत को दूर करना, शहर के सभी खत्ताघरों को साफ करवाना आदि। शुरू शुरू में इन सभी समस्याओं को लेकर अभियान भी चलाया जाता है और लोगों को जागरूक भी किया जाता है लेकिन कुछ टाइम के बाद यह अभियान दम तोड़ देता है और उसके बाद किसी को भी लोगों की किसी भी समस्या से कोई लेना देना नहीं होता जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ता है। नगर निगम का कोई भी अभियान हो वह महज़ कागजों में ही लिपट कर रह जाता है जब आम जनता अपनी समस्याओं को लेकर उनके पास जाती है या गुहार लगाती है तो उनको सिर्फ आश्वासन देकर भेज दिया जाता है और उसके बाद फिर कोई सुध नहीं लेता हैरानी की बात तो यह है कि ना तो नगर निगम के खिलाफ कोई कुछ कर पाता है और ना ही उन्हें करवाने के लिए मजबूर करवा पाता है अपनी समस्याओं से परेशान आम जनता सिर्फ भटकती रहती है लेकिन कोई भी उनकी समस्याओं से उनको निजात नहीं दिला पाता। अभी भी मेरठ शहर में ऐसे कई इलाके में जहां पर लोग पानी की समस्या से जूझ रहे हैं कई घर ऐसे हैं जिनमें बारिश की वजह से पानी भर जाता है और लोगों का जीना मुहाल हो जाता है यहां तक की गली और खड़ंजे भी टूटे हुए हैं जिनमें अक्सर नालिया चौक होने की वजह से पानी भरा रहता है बावजूद इसके नगर निगम का कोई भी कर्मचारी इस ओर ध्यान नहीं देता और लोगों को इस परेशानी से दो चार होना पड़ता है। वहीं शहर के कुछ इलाके ऐसे हैं जहां पर बड़े-बड़े नेता रहते हैं यदि इन इलाकों में जाकर देखा जाए तो यह इलाके हमेशा साफ-सुथरे नजर आते हैं। यदि सड़कों से होर्डिंग्स हटाने हो तो नगर निगम गरीब लोगों के ही होर्डिंग्स हटाता है.... नगर निगम कभी भी किसी नेता या पार्टी विशेष के लोगों के होर्डिंग्स नहीं हटाता। अब सवाल यह उठता है कि क्या नगर निगम किसी पार्टी विशेष से सांठगांठ कर लेता है जिस से उन पर कोई कार्यवाही नहीं होती जोकि बहुत ही गलत है।

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