शनिवार, 22 अप्रैल 2023


पश्चिमी यूपी के 2 बड़े मीट कारोबारी पुलिस, प्रशासन की रडार पर; हाजी याकूब कुरैशी की मीट फैक्ट्री सील, शाहिद अखलाक के खिलाफ भी शिकायत
पश्चिमी यूपी के 2 बड़े मीट कारोबारी पुलिस, प्रशासन की रडार पर हैं। बसपा सरकार में मंत्री रहे हाजी याकूब कुरैशी की मीट फैक्ट्री सील हो चुकी है। खुद हाजी याकूब इस मामले में सोनभद्र जेल में बंद हैं। याकूब की तरह पूर्व सांसद शाहिद अखलाक पर भी पुलिस, प्रशासन की नजर है। गुदड़ी बाजार निवासी पूर्व सांसद शाहिद अखलाक के अवैध मकान की शिकायत सीएम से की गई थी।हिंदुस्तान से लेकर विदेशों तक मीट सप्लाई कर करोड़ों का मीट कारोबार करने वाले हाजी याकूब और हाजी शाहिद अखलाक दोनों को बसपा सरकार में खूब संरक्षण मिला। दोनों ही मीट कारोबारियों ने बसपा सरकार में कारोबार को कई गुना बढ़ा लिया।बात अगर हाजी याकूब कुरैशी की करें तो बसपा सरकार में मंत्री रहे हाजी याकूब कुरैशी ने 100 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति मीट के कारोबार से अर्जित की है।
जिस पर लगातार प्रशासान की नजर है। याकूब की तरह शाहिद अखलाक मेरठ में बसपा से सांसद रहे और सांसद रहते हुए बसपा से ही मेयर भी बने।सांसद, मेयर रहते हुए शाहिद अखलाक का मीट का कारोबार फैलजा चला गया। आज शाहिद अखलाक की मीट फैक्टरी से सऊदी और खाड़ी देशों तक मीट की सप्लाई होती है। एक पार्टी में होते हुए भी शाहिद अखलाक और याकूब कुरैशी में रिश्ते कभी अच्छे नहीं रहे। एक कारोबार होने के कारण दोनों में मनमुटाव रहा।31 मार्च 2022 को पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी की मीट फैक्ट्री को सील कर दिया गया। क्योंकि फैक्ट्री में अवैध मीट मिला था। इसके बाद मंत्री उसके दोनों बेटों, पत्नी पर गैंगस्टर लगाया गया। पुलिस ने याकूब की 31 करोड़ 70 लाख की अवैध संपत्ति को चिह्नित भी किया है। जिसमें अब तक पुलिस पूर्व मंत्री की 22 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति को जब्त कर चुकी है। गैंगस्टर लगने के बाद इसी मामले में याकूब सोनभद्र जेल में है। जबकि उसके दोनों बेटे इस समय जमानत पर बाहर हैं।जब याकूब कुरैशी की मीट फैक्टरी को 2022 में सील किया गया तभी शाहिद अखलाक के मकान को लेकर भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत की गई। मेरठ निवासी मुकेश सिद्धार्थ ने शाहिद अखलाक के मकान को अवैध बताकर शिकायत की थी।
मुकेश सिद्धार्थ की शिकायत पर शासन ने पुलिस, प्रशासन से पूर्व सांसद के मकान की रिपोर्ट तलब की है। मुकेश सिद़्धार्थ से पहले अस्पताल मालिक डॉ. रविंद्र गुर्जर भी मीट फैक्टरी की शिकायत कर चुके हैं।शाहिद अखलाक यूपी में मीट के सबसे बड़े कारोबारियों में चर्चित नाम है। बात मीट फैक्टरी की करें तो शाहिद अखलाक की मेरठ बुलंदशहर हाईवे पर अलीपुर के पास करीब 250 बीघा जमीन में मीट फैक्टरी है। अखलाक के पास मीट सप्लाई का इंटरनेशनल लाइसेंस, लोकल सप्लाई के अलावा राज्य में कहीं भी मीट सप्लाई की अनुमति है। 1999 में अखलाक ने यह मीट फैक्टरी खड़ी की जिससे खाड़ी देशों तक मीट की सप्लाई होती है।
अखलाक के पास मेरठ नगर निगम के पुराने कमेले में मीट कटान का ठेका भी था। 1991 में अखलाक परिवार के पास कमेले में पशु कटान का ठेका आया था। इस कमेले में 332 पशु एक दिन में काटने की अनुमति थी। लेकिन अखलाक परिवार पर ठेका जाते ही कमेले में रोाजना 10हजार पशु तक काटे जाने लगे। रोजाना की कमाई 25 लाख रुपयों से ऊपर हो गई थी।
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