शनिवार, 22 अप्रैल 2023

डांग जिले के प्रशासनिक मुख्यालय आहवा स्थित डांग स्वराज आश्रम के ट्रस्टी वनराजभाई नायक के पुत्र अमित भाई नायक ने आहवा थाने में शिकायत दर्ज करायी है और कहा है कि डांग से सेवानिवृत्त गृहिणी पारुलबेन मोरारजीभाई नायक एक साल पहले स्वराज आश्रम आहवा, और उनके बेटे, पार्थभाई मोरारजीभाई, अब भी डांग स्वराज आश्रम में रहते हैं। यह पार्थभाई अपने कुछ असामाजिक मित्रों के साथ मिलकर उन्हें आश्रम में नशा करने और जुआ खेलने जैसी असामाजिक गतिविधियां करने के लिए बुलाता रहा है। आश्रम में नशा करने जैसी असामाजिक गतिविधियों में। इसके अलावा आश्रम में पढ़ने वाले गरीब और कमजोर वर्ग के छात्रों को नशा करने जैसी असामाजिक गतिविधियों में शामिल करने के लिए पार्थभाई लगातार कोशिश कर रहे है।
वर्ष 2020-21 की अवधि में आश्रम में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं का कुछ सामान जैसे कैलकुलेटर, किताबें, जोड़ी जूते-जूते आदि मिले और करीब 30 हजार का सामान चोरी हो गया है.वर्ष 2021-22 में मेरे संज्ञान में आया है कि छात्रों का सामान चोरी हो गया है। इस घटना के बारे में हमने मौखिक रूप से आश्रम के मालिक को सूचित किया था और सचिवों को लिखित रूप से सूचित किया था, उसके द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई, जब पार्थभाई नायक और आश्रम के बाहर उनके असामाजिक मित्रों को इस बारे में पता चला , मुझे उनके द्वारा पीटा गया था। मंत्री, यानी मेरे पिता वनराजभाई नायक , पिछले तीन वर्षों से अप्रत्यक्ष रूप से उन्हें बचा रहे हैं और उनकी मदद कर रहे हैं। फरवरी-मार्च 2023 की अवधि में बच्चों की शाम सात बजे प्रार्थना काल में मेरा मोबाइल फोन चार्जर 350 रुपये, ग्लोस्टिक 20 रुपये, पांच कवर 25 रुपये, बारह काले पेन का सेट 120 रुपये, कंप्यूटर में रखा हमारे संज्ञान में आया
कि 250 रुपये की पांच टेनिस बॉल, 1500 रुपये का टेनिस क्रिकेट बैट, मेरे नंबर का 2500 रुपये का चश्मा, 250 रुपये की दीवार घड़ी चोरी हो गई। दिसंबर 2022 में हॉस्टल के कमरा नंबर 4.500 रुपये की दो ट्यूबलाइट और 300 रुपये कीमत की तीन सेट लाठियां भी चोरी पाई गईं। उक्त सभी चोरी का सामान आश्रम में रहने वाले पार्थभाई नायक व आश्रम के बाहर उनके असामाजिक मित्रों ने चोरी कर लिया है और इन सभी सामानों को स्थानीय बाजार में बेच दिया गया है इसके अलावा वर्ष 2023 में मेरे घर से -2000, रुपये की लगभग चार पेन ड्राइव, कंप्यूटर रूम की चार चाबियों का एक सेट और चार अन्य चाबियां और साथ ही मेरी तीन पैंट, चार शर्ट और एक अंडरगारमेंट चोरी हो गया।
और भले ही मेरे पिता को सब पता था। मेरे घर में हुई इन चोरियों की घटनाओं के बारे में, वह बिना कोई कार्रवाई किए उपरोक्त लोगों की मदद करते रहे है। अमित नायक के ट्रस्टी पिता वनराजभाई धीरू नायक, पार्थभाई नायक, सोनलबेन नायक और दो अज्ञात व्यक्तियों ने आहवा थाने में शिकायत दर्ज कराई, आहवा पुलिस टीम ने अपराध दर्ज कर आगे की कार्रवाई की।
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