नगर पालिका के वार्ड नंबर 14 के सभासद पद के प्रत्याशी की हत्या पर गुरुवार को परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने कार्रवाई की मांग को लेकर कोतवाली पर डेरा डाल दिया। वे देर रात तक वहीं डटे हुए थे।उधर पुलिस का कहना है कि इस संबंध में अभी कोई तहरीर नहीं मिली है। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
नगर के आंबेडकर पार्क के नजदीक मोहल्ले के रहने वाले मधुसूदन उर्फ मधुआ नगर पालिका के वार्ड नंबर 14 से सभासद पद का चुनाव लड़ रहे थे। बताया जा रहा है कि बुधवार रात करीब 11 बजे वह अपने वार्ड की ब्लॉक कालोनी में वोटरों से संपर्क करने गए थे। बड़े भाई विनोद भोज का कहना है कि मधुआ के सामने चुनाव लड़ रहे ब्लाक कालोनी निवासी प्रत्याशी व उसके समर्थकों ने इस दौरान मधुआ को पकड़कर उसकी पिटाई कर दी। लोहे की रॉड से उसके सिर पर हमला किया। मधुआ गंभीर घायल हो गया। खबर लगते ही वह मौके पर पहुंचे और मधुआ को निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से मेरठ रेफर कर दिया गया। उपचार के बाद हालत में सुधार नहीं हुआ तो मधुआ को दिल्ली रेफर कर दिया। दिल्ली में चिकित्सकों ने उपचार से हाथ खड़े कर दिए। परिजन मधुआ को फिर मेरठ ले आए। गुरुवार देर शाम करीब 50 वर्षीय मधुआ की मौत हो गई। इस बावत खबर लगते ही परिवार में कोहराम मच गया। शव घर लाया जा रहा है। कार्रवाई की मांग को लेकर परिजन कोतवाली पर जमा हैं। प्रभारी निरीक्षक सुशील कुमार वर्मा ने मधुसूदन की मौत की पुष्टि की है। बताया कि इस संबंध में अभी कोई तहरीर नहीं मिली है। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
सीओ-एसडीएम कार्यालय के नजदीक की गई पिटाई
हसनपुर। बताया जा रहा है कि जिस प्रत्याशी पर मधुसूदन की पिटाई का आरोप लगा है, उसके पिता सरकारी कर्मचारी हैं। परिवार ब्लाक परिसर के सरकारी आवास में रहता है। मधुआ के भाई विनोद भोज का कहना है कि सीओ व एसडीएम कार्यालय के नजदीक उसके भाई पर हमला बोला गया। ब्लाक के एक कर्मचारी ने उनके घर आकर मधुआ के घायल पड़े होने की जानकारी दी। वह मौके पर पहुंचे तो मधुआ लहूलुहान था। मधुआ सब्जी की दुकान करता था। उसने रिश्तेदार की बच्ची को गोद ले रखा था।
परिजन बोले छोड़ दिया गया था आरोपी
हसनपुर। परिजनों की माने तो पुलिस ने आरोपी प्रत्याशी को घटना के बाद हिरासत में ले लिया था। आरोप है कि एक अधिकारी के कहने पर पुलिस ने आरोपी को छोड़ दिया। आरोपी प्रत्याशी गुरुवार को चुनाव के दौरान भी मतदान केंद्र पर दिखाई नहीं दिया। उधर, प्रभारी निरीक्षक सुशील कुमार वर्मा ने बताया कि इस मामले में अभी किसी को भी हिरासत में नहीं लिया गया है, आरोप निराधार है।
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