कटिहार के एक नाबालिग को रॉन्ग नंबर से आए कॉल के बाद एक एक शख्स से इश्क लड़ाना भारी पड़ा। युवक ने पहले लड़की से नजदीकियां बढ़ाई। अपने प्रेमजाल में फंसाया और फिर शादी का झांसा देकर उसे कटिहार से पूर्णिया बुलाकर रेड लाइट एरिया में जिस्म फरोशी के दलदल में धकेल दिया।नाबालिग से तीन महीने तक प्रेमी और उसकी मां जबरन देह व्यापार का धंधा कराती रही। जिस प्यार पर भरोसा कर अपना सबकुछ छोड़ प्रेमी के पास चली आई, वो यहां रोज नए पुराने कस्टमर्स के हाथों उसके जिस्म का सौदा करता रहा।
तीन दिन पहले जब सब सो रहे थे, वो किसी तरह बचकर रेड लाइट एरिया से भागी। नाबालिग का कहना है कि प्रेमी और उसकी मां उसे खोजने में लगी है। किसी तरह वो उनलोगों से छिपकर रिश्तेदार के घर रह रही है। पीड़िता ने ये आरोप सदर थाना क्षेत्र के गुलाबबाग, जीरो माइल इलाके के रहने वाले नीरज कुमार पर लगाया है। नाबालिग 17 साल की है, जो कटिहार जिले की रहने वाली है। नाबालिग के मां और पिता बचपन में कुछ साल पहले ही एक हादसे में गुजर गए, जिसके बाद से वो अपने मासी के घर रह रही थी। नाबालिग का आरोप है कि वो ऐसी पहली लड़की नहीं जो नीरज के झूठे प्यार के जाल में फंसी। उसी की तरह तीन और लड़कियां हैं, जिसे उसने अपने प्रेमजाल में फंसाया और फिर जीरो माइल के रेड लाइट एरिया में धकेल दिया। उसकी मां मिंटू देवी ही इस धंधे को चलाती है। वो उन जैसी आधा दर्जन लड़कियों से मजबूरन ये गलत काम कराती है।
दो साल पहले रॉन्ग नंबर से कॉल आया
नाबालिग ने बताया कि आज से ठीक दो साल पहले रॉन्ग नंबर से उसे एक कॉल आया। कॉल पर किसी लड़के की आवाज सुनाई दी। उसने अपना नाम बताया और बातों ही बातों में नाम और एड्रेस पूछ लिया, साथ ही फोन पर ही दोस्ती के लिए हाथ बढ़ाया। दोनों के बीच फोन पर चली बातचीत से नजदीकियां बढ़ी। व्हाट्सएप चैटिंग और वीडियो कॉल पर बातें होने लगी। कुछ ही दिनों में दोस्ती प्यार में बदल गया। इसके बाद लड़के ने उसे पूर्णिया के गिरिजा चौक पर मिलने बुलाया। दोनों के बीच ये सब दो सालों तक चला। दोनों फिर कई बार मिले। नीरज ने उसे पूरी तरह अपने विश्वास में ले लिया और फिर तीन महीने पहले नीरज ने शादी का झांसा देकर पूर्णिया के जीरो माइल मां और फैमिली से मिलने की बात कहकर बुलाया। वो उससे मिलने पहुंची, जिसके बाद नीरज उसे अपने घर ले चलने की बात कहकर साथ ले गया। वो जिस कमरे में गई वहां पहले से दो युवक थे। उनके शर्ट के बटन खुले थे और हाथों में आपत्तिजनक सामग्री थी। प्रेमी ने उसे कमरे में धकेला और फिर बाहर से लॉक कर दिया।
रेड लाइट एरिया से भाग निकली
पीड़िता ने बताया कि उस दिन उसे पता चला कि प्रेमी उसे घर की बात कहकर रेड लाइट एरिया लेकर आया है। यहां लाकर उसे जिस्म फरोशी के धंधे में धकेल दिया गया है। इसके बाद इन तीन महीनों में न जाने कितने मर्दों ने उसे नोचा। प्रेमी और उसकी मां बोली तय करती और फिर जिस्म के खरीदार उसे हैवानों की तरह नोचते। आम दिनों में पांच से सात कस्टमर्स को उसके पास भेजा जाता। वो इससे इनकार करती, तो उसे हाथ पैर बांधकर जानवरों की तरह पीटा जाता। इसके बाद उसने इसे नीयति मान ली। तीन महीने तक उसके साथ चलता रहा। तीन दिन पहले मौका मिलते ही वो देर रात रेड लाइट एरिया से भाग निकली और अपने रिश्तेदार के घर जा पहुंची। उसने रिश्तेदारों से ये बात छिपाई कि लड़के ने उसे अपने प्रेमजाल में फंसाकर उसके साथ ये सब किया।
एसपी साहब मेरी मदद करें
पीड़िता ने क कि वहां उन जैसी 3 से 4 और लड़कियां हैं। मेरी तरह नीरज ने इन लड़कियों को अपने झूठे प्यार के जाल में फंसाया। उसे शादी का झांसा लेकर पूर्णिया बुलाया और फिर रेड लाइट एरिया में जिस्म फरोशी के धंधे में उतार दिया। उन्होंने इसे अपना लिखा मान लिया। नियति मान कर मजबूरन ये सब कर रहीं। मैं सिर्फ इतना चाहती हूं कि एसपी साहब मेरी मदद करें। उन जैसी बेबस लड़कियों को रेड लाइट एरिया से जिस्म फरोशी के धंधे से बाहर निकाला जाए और उन्हें एक नई जिंदगी दी जाए। साथ ही धोखेबाज नीरज और भोली भाली लड़कियों से जबरन धंधा कराने वाली उसकी मां को भी गिरफ्तार किया जाए। जब तक ये खुले घूमते रहेंगे, उनकी जैसी लड़कियां झूठे जाल में फंसती रहेंगी।
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